Aaj Ka Mausam, 02 June 2023: दिल्ली-NCR में मौसम हुआ सुहाना, इन राज्यों में हीटवेव का अलर्ट, जानें आज के मौसम का हाल
Weather Update Today: दिल्ली-NCR में आज हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है. IMD के मुताबिक आज दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
Aaj Ka Mausam, 02 June 2023: दिल्ली-एनसीआर में आज आसमान में बादल छाए रहने से मौसम सुहाना बना रहेगा और हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है. इससे आज भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी और मौसम सुहावना बना रह सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, 2 जून को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. आईएमडी के मुताबिक, एक जून को दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. जो सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस कम रहा वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर गरज के साथ बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है.
केरल में बारिश की संभावना
मौसम विभाग की माने तो आज केरल में कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना है. आईएमडी ने उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की है. आईएमडी के मुताबिक, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों में लू चलने की संभावना है. आईएमडी ने आज जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, कर्नाटक, लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु के लिए पूर्वानुमान जारी किया है. अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने और तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना है.
देश के कई राज्यों में मॉनसून के आसार
आईएमडी के अनुसार, आज पूर्वोत्तर अरब सागर, केरल-कर्नाटक तटों और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर, लक्षद्वीप और अंडमान सागर और मन्नार की खाड़ी और निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र में तेज हवा (हवा की गति 40-45 किमी प्रति घंटा) होने की संभावना है. 55-65 किमी प्रति घंटा चलने की संभावना है. मछुआरों को इन क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है. आईएमडी के अनुसार, अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्रों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मॉनसून आगे बढ़ने के लिए अनुकूल है.