Cyclone Mocha: Cyclone Mocha मचा सकती है तबाही, IMD का अलर्ट, हो सकती है भारी बरसात
Cyclone Mocha: देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान (cyclonic storm) का खतरा बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी (bay of bengal) के दक्षिण-पूर्व में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते चक्रवाती तूफान मोचा ने दस्तक देनी शुरू कर दी थी।

Cyclone Mocha: देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान (cyclonic storm) का खतरा बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी (bay of bengal) के दक्षिण-पूर्व में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते चक्रवाती तूफान मोचा ने दस्तक देनी शुरू कर दी थी। आईएमडी की मानें तो आज यह यह मोचा तूफान भंयकर रूप धारण कर सकता है। इस तूफान से प्रभावित होने वाले राज्यों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उधर, वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में चक्रवाती तूफान मोचा उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर भी बढ़ सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि कम दबाव वाला क्षेत्र मंगलवार शाम को 45 से 55 किमी प्रति घंटे की हवा की गति और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के दबाव में केंद्रित हो गया है। मौसम प्रणाली बुधवार को एक गहरे दबाव और अगले 12 घंटों में चक्रवात मोचा पूरी ताकत से प्रहार करेगा। चक्रवाती तूफान के प्रभाव से हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे और 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।
मौसम विभाग की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे चक्रवात मोचा के शुक्रवार 12 मई तक बहुत गंभीर तूफान में तब्दील होने की संभावना है, जहां हवा की गति 130 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। चक्रवाती सिस्टम के शुरू में उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर और बाद में बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
चक्रवाती तूफान की आशंका के बीच पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा की राज्य सरकारों ने तैयारी कर ली हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार स्थिति को संभालने के लिए तैयार है। सीएम बनर्जी ने कहा, अगर अलग-अलग परिस्थितियां आती हैं, तो हम तटीय इलाकों से लोगों को बचाएंगे, क्योंकि चक्रवात बांग्लादेश और फिर म्यांमार तक जाएगा।
मौसम विभाग ने 9 से 11 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है। मोचा के प्रभाव के कारण सप्ताहांत के दौरान भारत के पूर्वोत्तर में भारी वर्षा रिकॉर्ड होने की संभावना है। त्रिपुरा और मिजोरम में 13 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा और 14 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।