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Sanatan Dharm Row: वोट बैंक के लिए सनातन धर्म का अपमान कर रहा है घमंडिया गठबंधन : रविशंकर प्रसाद

Sanatan Dharm Row: भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी नेताओं पर सनातन धर्म का अपमान करने के लिए गठबंधन करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वोट बैंक की खातिर सनातन धर्म का अपमान करने के लिए ही विपक्षियों ने...

Sanatan Dharm Row: वोट बैंक के लिए सनातन धर्म का अपमान कर रहा है घमंडिया गठबंधन : रविशंकर प्रसाद
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Ravi Shankar Prasad 

By Manish Dubey

Sanatan Dharm Row: भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी नेताओं पर सनातन धर्म का अपमान करने के लिए गठबंधन करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वोट बैंक की खातिर सनातन धर्म का अपमान करने के लिए ही विपक्षियों ने यह घमंडिया गठबंधन (INDIA) बनाया है और भाजपा देश के लोगो तक, गांव-गांव तक यह बात पहुंचाएगी।

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और लालू यादव सहित अन्य विपक्षी नेताओं पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि सनातन धर्म और हिंदू आस्था का अपमान हिंदुस्तान कतई सहन नहीं करेगा।

उन्होंने सनातन धर्म के इस खुलेआम अपमान को पीड़ादायक बताते हुए कहा कि क्या इन दलों में इतनी हिम्मत है कि वे दूसरों धर्मों के बारे में इस तरह का बयान दे सके।

सोनिया गांधी की चुप्पी पर सवाल खड़ा करते हुए प्रसाद ने कहा कि वोट बैंक के लिए सोनिया गांधी ने अपने मित्रों के साथ एजेंडा सेट कर दिया है और भाजपा अब इसे देश के गांव-गांव तक पहुंचाएगी।

उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी इस अपमान पर और अपने मित्रों के बयान पर जितना चुप रहेगी उतना ही यह स्पष्ट होगा कि सनातन धर्म का अपमान उनके गठबंधन का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम है।

उन्होंने कहा है कि ऐसी खबर है कि कल विपक्षी गठबंधन की बैठक है और भाजपा यह मांग कर रही है कि घमंडिया गठबंधन में स्पष्ट तौर पर यह प्रस्ताव पारित किया जाए कि वह सनातन धर्म का अपमान करने वाले बयानों से अपने आपको अलग करती है और यह उनके गठबंधन का एजेंडा नहीं है।

प्रसाद ने उद्धव ठाकरे के बयान की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने विपक्षी नेताओं के बीच प्रधानमंत्री पद के लिए चल रही होड़ का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि इनमें क्षमता की प्रतिस्पर्धा चल रही है, चलने दीजिए, सनातन की यह भी परंपरा है कि बिना दूल्हे के बारात नहीं जाती है।

प्रसाद ने यह भी उम्मीद जताई कि सनातन धर्म के अपमान के कई मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस लिया है और वह उम्मीद करते हैं कि इस मामले में एक समरूप दृष्टिकोण अपनाया जाएगा।

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