US India Tariff War: अमेरिका ने भारत पर बनाया दबाव! कृषि उत्पादों को छोड़ सभी वस्तुओं पर शून्य शुल्क करने की मांग
US India Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद टैरिफ वार (शुल्क युद्ध) ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका भारत से चाहता है कि दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार में कृषि उत्पादों को छोड़कर बाकी सभी वस्तुओं पर टैरिफ (शुल्क) शून्य कर दिया जाए।

US India Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद टैरिफ वार (शुल्क युद्ध) ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका भारत से चाहता है कि दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार में कृषि उत्पादों को छोड़कर बाकी सभी वस्तुओं पर टैरिफ (शुल्क) शून्य कर दिया जाए। इस मामले पर दोनों देशों के अधिकारी बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, अमेरिका भारत को 2 अप्रैल से लागू होने वाले 'रेसिप्रोकल टैरिफ' (जैसे को तैसा शुल्क) से छूट देने के मूड में नहीं दिख रहा है।
क्या है अमेरिका की मांग?
- अमेरिका चाहता है कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाले व्यापार में कृषि उत्पादों को छोड़कर बाकी सभी वस्तुओं पर टैरिफ शून्य कर दिया जाए।
- इसके लिए दोनों देशों के अधिकारी बातचीत कर रहे हैं
- अमेरिका भारत को 'रेसिप्रोकल टैरिफ' से छूट देने के लिए तैयार नहीं है।
ऑटो मेकर्स को मिली राहत
अमेरिका ने कुछ विशेष प्रावधानों का पालन करने वाले ऑटोमेकर्स को एक महीने के लिए टैरिफ से छूट दे दी है। यह छूट कनाडा और मैक्सिको पर लगाए गए 25% टैरिफ के संदर्भ में दी गई है, जो 4 मार्च से लागू हो चुका है।
ट्रंप और ट्रूडो की बातचीत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से हुई बातचीत में कहा कि हालांकि स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।
टैरिफ वार का असर
अमेरिका ने मैक्सिको, कनाडा और चीन पर टैरिफ लगाया है, जिसके जवाब में इन देशों ने भी अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाने का ऐलान किया है। भारत भी इस टैरिफ वार से अछूता नहीं है और अगले महीने से इसके दायरे में आ सकता है।
भारत के लिए चुनौती
अमेरिका की कोशिश है कि भारत के साथ होने वाले व्यापार में सभी उत्पादों पर टैरिफ शून्य कर दिया जाए, सिवाय कृषि उत्पादों के। यह मांग भारत के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है, क्योंकि इससे देश के व्यापारिक हित प्रभावित हो सकते हैं।
भारत सरकार इस मामले पर अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखे हुए है। कॉमर्स मंत्री ने भी अमेरिकी अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच होने वाली वार्ता के परिणाम पर सभी की नजर टिकी हुई है। यह टैरिफ वार न केवल भारत-अमेरिका व्यापार को प्रभावित कर सकता है, बल्कि वैश्विक व्यापारिक संबंधों पर भी इसका गहरा असर पड़ सकता है।
