Begin typing your search above and press return to search.

Unique Wedding Ceremony: अनोखी शादी, दो प्रेमिकाओं ने एक ही प्रेमी संग लिए फेरे, एक ही कार्ड पर छपे दोनों के नाम!

Unique Wedding Ceremony: तेलंगाना के कुमरम भीम आसिफाबाद जिले के लिंगापुर मंडल में गुमनूर गांव से प्यार और शादी का एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां सूर्यदेव नाम के एक युवक को दो युवतियों, लाल देवी और झलकारी देवी, से प्यार हो गया।

Unique Wedding Ceremony: अनोखी शादी, दो प्रेमिकाओं ने एक ही प्रेमी संग लिए फेरे, एक ही कार्ड पर छपे दोनों के नाम!
X
By Ragib Asim

Unique Wedding Ceremony: तेलंगाना के आसिफाबाद जिले के लिंगापुर मंडल में गुमनूर गांव से प्यार और शादी का एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां सूर्यदेव नाम के एक युवक को दो महिलाओं, लाल देवी और झलकारी देवी, से प्यार हो गया। प्यार इतना गहरा था कि सूर्यदेव दोनों में से किसी एक को चुन नहीं सके। आखिरकार, तीनों की सहमति से एक ही समारोह में सूर्यदेव ने दोनों के साथ शादी के फेरे ले लिए। यह अनोखी शादी आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गई है।

अनोखी प्यार की कहानी

सूर्यदेव ने शादी के बाद बताया, "मुझे लाल देवी और झलकारी देवी दोनों से प्यार हो गया था। किसी एक को चुनना मेरे लिए नामुमकिन था। मैंने दोनों से अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्हें भी मुझसे अलग होने का विचार पसंद नहीं आया। इसलिए हमने आपसी सहमति से साथ रहने और शादी करने का फैसला किया।" इस फैसले को हकीकत में बदलने के लिए सूर्यदेव ने एक ही शादी के कार्ड पर दोनों दुल्हनों के नाम छपवाए और एक भव्य समारोह का आयोजन किया।

शादी का भव्य आयोजन

यह शादी गुरुवार, 27 मार्च 2025 को गुमनूर गांव में हुई। समारोह में करीब 1,000 लोग शामिल हुए, जिसमें परिवार, रिश्तेदार और आसपास के ग्रामीण थे। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सूर्यदेव को दोनों दुल्हनों का हाथ थामे फेरे लेते देखा जा सकता है। पीछे पारंपरिक ढोल की थाप इस शादी को और यादगार बना रही थी। गांव के बुजुर्गों ने शुरू में इस रिश्ते पर आपत्ति जताई, लेकिन बाद में सूर्यदेव की भावनाओं और दोनों युवतियों की सहमति को देखते हुए इसे मंजूरी दे दी। सूर्यदेव ने एक बॉन्ड भी साइन किया, जिसमें उन्होंने दोनों पत्नियों की बराबर देखभाल करने का वादा किया।

आदिवासी परंपरा में स्वीकार्य?

यह शादी आदिवासी परंपराओं के तहत हुई। कुमरम भीम आसिफाबाद जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां कुछ समुदायों में एक से अधिक विवाह को स्वीकार किया जाता है। सूर्यदेव एक राज गोंड आदिवासी हैं और उनका कहना है कि यह फैसला उनकी संस्कृति का हिस्सा है। हालांकि, भारत में हिंदुओं के लिए बहुविवाह कानूनी रूप से अवैध है, लेकिन ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में सामाजिक स्वीकृति के आधार पर ऐसे मामले देखने को मिलते हैं।

सोशल मीडिया पर चर्चा

शादी का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ इसे प्यार की अनोखी मिसाल बता रहे हैं, तो कुछ इसकी स्थिरता पर सवाल उठा रहे हैं। शादी का कार्ड, जिसमें दोनों दुल्हनों के नाम छपे हैं, भी खूब शेयर किया जा रहा है।

क्या करते हैं सूर्यदेव

सूर्यदेव हैदराबाद के फिल्म उद्योग में काम करते हैं और गुमनूर गांव के रहने वाले हैं। उनकी मां का नाम सिदम रूपाबाई और पिता का नाम श्रीमारुति है। सूर्यदेव का कहना है कि वे दोनों पत्नियों के साथ खुशहाल जिंदगी बिताना चाहते हैं।

Ragib Asim

रागिब असीम वर्तमान में NPG News में समाचार संपादक के रूप में कार्यरत हैं। वे 2013 से सक्रिय पत्रकारिता में हैं और राजनीति, समाज, अपराध तथा भूराजनीति विषयों पर उनकी सशक्त पकड़ है। उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त की है।

Read MoreRead Less

Next Story