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Lord Jagannath Rath yatra:अब आसमान की ताकत ज़मीन पर, भगवान जगन्नाथ के रथ में लगे सुखोई फाइटर जेट के टायर

कोलकाता की ऐतिहासिक इस्कॉन रथ यात्रा इस बार एक नई परंपरा की शुरुआत का गवाह बनी है। बीते 48 वर्षों से बोइंग 747 जैसे विशाल विमान के पुराने टायरों पर चलने वाला भगवान जगन्नाथ का रथ अब भारतीय वायुसेना के ताकतवर फाइटर जेट 'सुखोई' के टायरों पर दौड़ेगा।

फाइल फोटो
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Lord Jagannath Rath:अब आसमान की ताकत ज़मीन पर, भगवान जगन्नाथ के रथ में लगे सुखोई फाइटर जेट के टायर

By Supriya Pandey

कोलकाता की ऐतिहासिक इस्कॉन रथ यात्रा इस बार एक नई परंपरा की शुरुआत का गवाह बनी है। बीते 48 वर्षों से बोइंग 747 जैसे विशाल विमान के पुराने टायरों पर चलने वाला भगवान जगन्नाथ का रथ अब भारतीय वायुसेना के ताकतवर फाइटर जेट 'सुखोई' के टायरों पर दौड़ेगा।

इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधा रमन दास ने मीडिया को जानकारी दी कि वर्ष 1977 में एक भक्त द्वारा बनाए गए इस विशाल रथ में शुरुआत से ही बोइंग 747 के टायर लगाए गए थे। इन टायरों को एयर इंडिया से प्राप्त किया गया था और वे रथ को मजबूत आधार प्रदान कर रहे थे। लेकिन समय के साथ इन टायरों की स्थिति कमजोर हो गई थी। वर्ष 2005 में ही इनकी हालत पर संज्ञान लिया गया, लेकिन अब जाकर इन्हें बदला गया है।


राधा रमन दास ने मीडिया से कहा कि पुराने टायरों के विकल्प के रूप में अब सुखोई फाइटर जेट के टायर लगाए गए हैं, जो अधिक मजबूत, टिकाऊ और हल्के भी हैं। इस बदलाव से रथ का संचालन अधिक सुरक्षित और आसान हो जाएगा, खासतौर पर उस समय जब लाखों भक्त रथ यात्रा में शामिल होते हैं।


बता दें कि सुखोई Su-30MKI भारतीय वायुसेना का फ्रंटलाइन मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो रूस और भारत के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है। इस विमान का उपयोग कारगिल युद्ध के बाद से कई महत्वपूर्ण मिशनों और ऑपरेशनों में किया गया है। यह दुश्मन के क्षेत्र में गहराई तक जाकर हमला करने, लंबी दूरी की निगरानी और हवाई सुरक्षा जैसे कार्यों में सक्षम है। रथ की बनावट और डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन इसके आधार यानी पहियों में हुआ यह परिवर्तन आने वाले समय में इस परंपरा को और सशक्त बनाएगा।

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