SIR और वोट चोरी को लेकर सियासत तेज, मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष

वोटर वेरिफेकशन और वोट चोरी मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हैं..इसी कड़ी में अब विपक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं.. राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि पार्टी के अंदर इस मामले में कोई विचार विमर्श नहीं हुआ हैं,, लेकिन जरुरत पड़ने पर नियमों के मुताबिक महाभियोग प्रस्ताव लाया जा सकता हैं .
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि उन पर लगाए गए वोट चोरी जैसे झूठे आरोपो से ना तो चुनाव आयोग डरता और ना ही मतदाता. साथ ही चुनाव आयोग ने लोगों से हर हाल में मतदान करने की अपील की..वहीं चुनाव आयोग ने दो टूक में कहा कि राजनीतिक दलों का पंजीकरण चुनाव आयोग करता हैं उनकी (चुनाव आयोग) की नजर में ना कोई पक्ष हैं ना विपक्ष सभी समकक्ष हैं. वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि आयोग का काम राजनीति करने वालों से प्रभावित हुए बिना सभी मतदाताओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना है.
वहीं वोटर लिस्ट को लेकर विपक्ष के आरोपों पर उन्होने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि अब कर 28,370 मतदाता अपने दावे और आपत्तियां दर्ज करा चुके हैं. इसके लिए समयसीमा 1 अगस्त से 1 सितंबर तक तय की गई है.जानकारी के लिए बतादें कि बिहार में चुनाव आयोग ने मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR शुरु किया हैं..जिसका विरोध लगातार विपक्ष करता आ रहा हैं.. ये मुद्दा संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका हैं.. एक तरफ जहां चुनाव आयोग ने कहा कि इस प्रक्रिया का मकसद हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो और सभी संदिग्ध या अपात्र व्यक्तियों के नाम सूची से हटाए जाना है तो वहीं विपक्ष का आरोप है कि इस कदम से दस्तावेजों की कमी के कारण करोड़ों पात्र मतदाता वोट देने के अधिकार से वंचित हो सकते हैं.
