Satta Matka King: सट्टा मटका भारत में अवैध जुआ का खेल, जानिए इस के बारे में सबकुछ
Satta Matka King: सट्टा मटका, जिसे सट्टा किंग भी कहा जाता है, भारत में एक प्रसिद्ध लेकिन अवैध जुआ है। यह खेल 1950 के दशक में शुरू हुआ था और आज भी इसकी लोकप्रियता बनी हुई है।
Satta Matka King: सट्टा मटका, जिसे सट्टा किंग भी कहा जाता है, भारत में एक प्रसिद्ध लेकिन अवैध जुआ है। यह खेल 1950 के दशक में शुरू हुआ था और आज भी इसकी लोकप्रियता बनी हुई है। हालांकि भारत में जुआ खेलना गैरकानूनी है, फिर भी लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए सट्टा मटका में भाग लेते हैं।
सट्टा मटका का इतिहास
सट्टा मटका का इतिहास 1950 के दशक से शुरू होता है। यह खेल पहले 'अंकड़ा जुगर' के नाम से जाना जाता था और न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज पर कपास के बंद होने और खुलने के भावों की भविष्यवाणी पर आधारित था।
रतन खत्री ने दिया नया रूप
1961 में न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज के बंद होने के बाद, रतन खत्री ने सट्टा मटका को एक नया रूप दिया। उन्होंने अंकड़ा जुगर को बदलकर "मटका" कर दिया, जिसमें नंबर निकालने के लिए मिट्टी का बर्तन इस्तेमाल होता था। इससे यह खेल और भी लोकप्रिय हो गया।
सट्टा मटका का वर्तमान स्वरूप
आज के समय में सट्टा मटका एक लॉटरी गेम के रूप में खेला जाता है, जिसमें संख्याओं का अनुमान लगाकर पुरस्कार जीता जाता है। हालांकि, इसे खेलने में जोखिम अधिक होता है और यह पूरी तरह से अवैध है।
डिस्क्लेमर
सट्टा मटका या किसी भी प्रकार का जुआ भारत में गैरकानूनी है। हम किसी भी तरह से सट्टा, जुआ या इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों को प्रोत्साहित नहीं करते हैं।