Rajasthan News: कांग्रेस से भाजपा में आए पार्षदों का विधायक बालमुकुंद आचार्य ने गौमुत्र से किया शुद्धिकरण
Rajasthan News: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बालमुकुंद आचार्य ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पार्षदों का 'शुद्धिकरण' कर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
Rajasthan News: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बालमुकुंद आचार्य ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पार्षदों का 'शुद्धिकरण' कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस अनोखी घटना के दौरान जयपुर हेरिटेज नगर निगम के महापौर कार्यालय में गंगाजल और गोमूत्र का छिड़काव कर पार्षदों का 'शुद्धिकरण' किया गया। घटना तब हुई जब कुसुम यादव ने कार्यवाहक महापौर के रूप में कार्यभार संभाला।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया किसी को भ्रष्ट बताने का उद्देश्य नहीं है, बल्कि हिंदू संस्कृति में इसे एक सामान्य परंपरा के रूप में देखा जाता है। हालांकि, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है जैसे भाजपा में शामिल होते ही सभी लोग अपने 'पापों' और 'अपराधों' से मुक्त हो जाते हैं।
क्या है विवाद की जड़?
भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने यह कदम जयपुर हेरिटेज नगर निगम की पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर को भ्रष्टाचार के आरोपों में हटाए जाने के बाद उठाया। नई महापौर कुसुम यादव को कांग्रेस के सात पार्षदों और एक निर्दलीय पार्षद का समर्थन प्राप्त है, जो अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भाजपा विधायक ने गंगाजल और गोमूत्र का इस्तेमाल कर इन पार्षदों का स्वागत किया और इसे 'शुद्धिकरण' की प्रक्रिया बताया।
भाजपा विधायक का बयान
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि उन्होंने महापौर कार्यालय को 'शुद्ध' किया है ताकि भविष्य में यहां ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम किया जा सके। उन्होंने दावा किया कि इस अनुष्ठान के बाद कांग्रेस से भाजपा में आए पार्षद 'सनातनी' बन गए हैं और उनकी सारी 'अशुद्धता' समाप्त हो गई है। आचार्य ने यह भी कहा कि नगर निगम के अधिकारी भी इस शुद्धिकरण प्रक्रिया का हिस्सा बने, ताकि वे भ्रष्टाचार से मुक्त होकर ईमानदारी से काम कर सकें।