Rajasthan IT Raid News: कारोबारी ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, 3 करोड़ रुपये नकद और दुबई में अघोषित संपत्तियों के मिले सबूत
Rajasthan IT Raid News: राजस्थान के जयपुर, दौसा और बहरोड में आयकर विभाग की यह बड़ी कार्रवाई व्यापारियों के खिलाफ हो रही कर चोरी, बेनामी संपत्तियों और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है. इन व्यापारियों के ठिकानों से मिले 3 करोड़ रुपये नकद, 24 लॉकर और दुबई में अघोषित संपत्तियों के सबूत, इस मामले की गंभीरता को बढ़ाते हैं. अब देखना होगा कि इस छापेमारी के बाद आयकर विभाग किस दिशा में जांच को आगे बढ़ाता है और आने वाले दिनों में क्या नए खुलासे होते हैं.

Rajasthan IT Raid News: राजस्थान में आयकर विभाग (IT) ने लगातार दूसरे दिन कारपेट, बिल्डर और कार्गो सर्विस से जुड़े व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी की. शुक्रवार को यह कार्रवाई जयपुर, दौसा और बहरोड में 24 अलग-अलग ठिकानों पर की गई.
इस छापेमारी में आयकर विभाग ने जयपुर के तीन प्रमुख कारोबारियों के ठिकानों से कुल 3 करोड़ रुपये नकद, 24 लॉकर और दुबई में अघोषित संपत्तियों के सबूत बरामद किए हैं. आयकर विभाग की इस कार्रवाई में 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे, जो पिछले दो दिनों से कारोबारियों के ठिकानों पर लगातार जांच कर रहे हैं. यह छापेमारी खासतौर पर पर्सियन कार्पेट्स ग्रुप, आशादीप ग्रुप और प्रेम कार्गो लॉजिस्टिक्स के प्रमुखों पर केंद्रित थी.
काले धन और बेनामी संपत्तियों की जांच
आयकर विभाग की टीम ने जिन तीन कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा, उनमें पर्सियन कार्पेट्स ग्रुप के शब्बीर खान, आशादीप ग्रुप के अनिल गुप्ता और प्रेम कार्गो लॉजिस्टिक्स के अशोक जैन शामिल हैं. छापेमारी के दौरान ये सभी कारोबारी अपने घरों में ही मौजूद थे. अधिकारियों ने इनके ठिकानों से कुल 24 लॉकरों को बरामद किया, जिनसे संदिग्ध दस्तावेज और संपत्तियों के सबूत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. इन लॉकरों को सील कर दिया गया है और अब इन्हें खोलने के लिए वारंट जारी कर दिए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि इन लॉकरों में काले धन और बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज हो सकते हैं, जिनकी जांच की जा रही है.
दुबई में अघोषित संपत्तियों के सुराग
इस कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग को दुबई में भी अघोषित संपत्तियों के सुराग मिले हैं. आयकर अधिकारियों का मानना है कि इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त और वित्तीय लेन-देन में कुछ गड़बड़ियां हो सकती हैं. अब आयकर विभाग इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है और इन संपत्तियों से जुड़ी सभी जानकारी एकत्र करने की कोशिश कर रहा है. विभाग के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इन संपत्तियों की खरीदारी के दौरान क्या कोई टैक्स चोरी या मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियां हुई हैं या नहीं.
महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस की बरामदगी
आयकर विभाग को छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस भी मिले हैं. सूत्रों के अनुसार, इन दस्तावेजों में कारोबारी लेन-देन, संपत्ति के दस्तावेज और अन्य वित्तीय रिकॉर्ड शामिल हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है. यह डिजिटल एविडेंस इस बात के संकेत हो सकते हैं कि इन कारोबारियों ने अपनी संपत्ति को सही तरीके से घोषित नहीं किया है या फिर कर चोरी की है. अधिकारियों का कहना है कि इन दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच के बाद इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग की संभावनाएं
आयकर विभाग ने अब इस छापेमारी के बाद तीनों कारोबारियों से पूछताछ शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच में टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी जांच की जाएगी. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जांच के दौरान कोई भी संलिप्तता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आयकर विभाग की टीम तीनों कारोबारियों के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रही है, साथ ही उनकी पिछले कुछ वर्षों की कर अदायगी का भी मूल्यांकन किया जा रहा है.
आने वाले दिनों में बड़े खुलासे की संभावना
सूत्रों का मानना है कि इस छापेमारी के दौरान कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं, जो ना सिर्फ इन कारोबारियों की संपत्तियों से जुड़े होंगे, बल्कि इससे जुड़े कुछ और संदिग्ध गतिविधियों की भी जानकारी सामने आ सकती है. आयकर विभाग अब तक कई दस्तावेजों, संपत्तियों और डिजिटल सबूतों का विश्लेषण कर रहा है. इस जांच में वित्तीय लेन-देन, टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने की संभावना जताई जा रही है. आने वाले दिनों में इस मामले में और अधिक तथ्य सामने आ सकते हैं.
कारोबारीयों के बारे में जानकारी
1. पर्सियन कार्पेट्स ग्रुप के शब्बीर खान: इस ग्रुप के मालिक शब्बीर खान के ठिकाने पर छापेमारी की गई.
2. आशादीप ग्रुप के अनिल गुप्ता: इस ग्रुप के मालिक अनिल गुप्ता भी इस छापेमारी के दौरान जांच के घेरे में आए हैं.
3. प्रेम कार्गो लॉजिस्टिक्स के अशोक जैन: इस कंपनी के प्रमुख अशोक जैन के घर पर भी जांच की गई, और उनके ठिकानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं.