Pune Classmate Attack : शिक्षा के मंदिर में चलती क्लास में टीचर के सामने छात्र का गला काट कर क्लासमेट हुआ फरार, चाकूबाजी की इस घटना से दहला इलाका
महाराष्ट्र के पुणे जिले के खेड़ तालुका अंतर्गत एक निजी कोचिंग क्लास में आज सोमवार (15 दिसंबर) की सुबह-सुबह बेहद ही सनसनीखेज और भयावह वारदात सामने आई है।

Pune Classmate Attack : शिक्षा के मंदिर में चलती क्लास में टीचर के सामने छात्र का गला काट कर क्लासमेट हुआ फरार, चाकूबाजी की इस घटना से दहला इलाका
Pune Classmate Attack : पुणे, महाराष्ट्र : शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल परिसर की सुरक्षा पर एक बड़ा और खौफनाक सवाल खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र के पुणे जिले के खेड़ तालुका अंतर्गत एक निजी कोचिंग क्लास में आज सोमवार (15 दिसंबर) की सुबह-सुबह बेहद ही सनसनीखेज और भयावह वारदात सामने आई है। चलती क्लास के दौरान, शिक्षक की मौजूदगी में ही एक छात्र ने अपने क्लासमेट का धारदार हथियार से गला काट दिया और मौके से बाइक पर सवार होकर फरार हो गया।
Pune Classmate Attack : इस खौफनाक हमले के बाद, खून से लथपथ घायल छात्र को तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना ने न केवल अभिभावकों को दहशत में डाल दिया है, बल्कि निजी शैक्षणिक संस्थानों के भीतर छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी गंभीर चिंताएँ पैदा कर दी हैं।
शिक्षक के सामने हुआ जानलेवा हमला
यह घटना सुबह के समय राजगुरुनगर इलाके की एक प्राइवेट कोचिंग क्लास की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिस समय यह हमला हुआ, उस समय शिक्षक कक्षा में छात्रों को पढ़ा रहे थे। शुरुआती जाँच में पता चला है कि हमलावर कोई बाहरी व्यक्ति नहीं, बल्कि पीड़ित छात्र का सहपाठी (क्लासमेट) ही था।
बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र अचानक क्लास के अंदर आया और धारदार हथियार (संभवतः चाकू) से अपने क्लासमेट के गले पर हमला कर दिया। इस अचानक और वीभत्स हमले से क्लास में अफरातफरी मच गई। वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद आरोपी छात्र मौके से फरार हो गया और अपनी टू-व्हीलर (बाइक) से भाग निकला।
राजगुरुनगर पुलिस को सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और जाँच शुरू की। हालांकि, अब तक हमले के पीछे की ठोस वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।
प्रारंभिक जाँच में बच्चों की गैंगवॉर का शक
पुणे पुलिस ने इस खौफनाक वारदात को प्रथम दृष्टया बच्चों की गैंगवॉर (Gang War) से जुड़ा मामला माना है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, क्लास के अंदर छात्रों के बीच इस तरह चाकूबाजी की वारदात होना बेहद चिंताजनक है और यह दिखाता है कि इन नाबालिगों के बीच कोई गहरी रंजिश या वर्चस्व की लड़ाई चल रही हो सकती है।
पुलिस ने पीड़ित छात्र के बयान दर्ज करने और क्लास के अन्य छात्रों से पूछताछ के आधार पर आरोपी छात्र के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं। पुलिस इस बात की भी जाँच कर रही है कि आरोपी को हथियार क्लास के अंदर कैसे मिला और क्या इस वारदात में कोई अन्य छात्र भी शामिल था जिसने उसे भागने में मदद की।
यह घटना शिक्षण संस्थानों में अनुशासन और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल खड़े करती है कि कैसे नाबालिगों के बीच के मतभेद हिंसक और जानलेवा रूप ले रहे हैं।
सुरक्षा पर सवाल और दहशत का माहौल
हमले के बाद पूरे इलाके और स्कूल समुदाय में दहशत का माहौल है। अभिभावकों ने निजी कोचिंग संस्थानों की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाया है। क्लास के अंदर शिक्षक की मौजूदगी में भी एक छात्र का अपने सहपाठी का गला काट देना, सुरक्षा प्रोटोकॉल की विफलता को दर्शाता है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले की तह तक जाकर इस भयानक कृत्य के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाएगा।
ऐसी ही एक पुरानी घटना : 2017 का प्रद्युम्न हत्याकांड
पुणे की यह वारदात देश की शिक्षा व्यवस्था में सुरक्षा चूक की पुरानी घटनाओं की याद दिलाती है। सितंबर 2017 में गुरुग्राम (हरियाणा) के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में हुई प्रद्युम्न हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया था। छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की स्कूल के शौचालय में गला काटकर हत्या कर दी गई थी। शुरुआती जाँच में स्कूल बस कंडक्टर को आरोपी बनाया गया था, लेकिन बाद में सीबीआई ने जाँच में खुलासा किया था कि हत्या स्कूल के ही एक सीनियर छात्र (नाबालिग) ने परीक्षा टालने और स्कूल को बदनाम करने के मकसद से की थी। इस घटना ने भी शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा और किशोरों के बढ़ते हिंसक व्यवहार को लेकर गंभीर चिंता कड़ी कर दी थी
