Prashant Kishor: प्रशांत किशोर बोलेः लोकसभा चुनाव में राम मंदिर नहीं...मोदी होंगे मुख्य मुद्दा, बीजेपी ने चुनावी फायदे के लिए बिहार के हितों की बलि चढ़ा दी
Prashant Kishor: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि नीतिश कुमार से बीजेपी ने गठबंधन किया है, वह लोकसभा चुनाव के बाद टूट जाएगा। क्योंकि, नीतिश के साथ अगर वह विधानसभा चुनाव में गई तो भाजपा को इसका बड़ा नुकसान उठाना होगा। उनका कहना है कि नीतिश का अब बिहार में कोई आधार नहीं बचा है। बिहार में सिर्फ नीतिश कुमार ही नहीं बल्कि सभी पार्टियां पलटूराम हो गई है, जो बिहार के हितों के साथ खेल रही हैं।
एनपीजी न्यूज ब्यूरो
Prashant Kishor: नई दिल्ली। देश के माने हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में नीतिश कुमार के साथ बीजेपी की फिर से सरकार बनाने पर आज कहा कि भाजपा बिहार के साथ वही कर रही जो लालू यादव को आगे बढ़ाकर कांग्रेस ने किया। कांग्रेस को बिहार के हितों से कोई मतलब नहीं था। वह लालू यादव के साथ गठबंधन कर 10-20 सीटों का इंतजाम कर लेती थी बाकी बिहार में लालू यादव क्या कर रहे हैं, कभी सुध नहीं लिया। वही काम अब बीजेपी कर रही है। भाजपा भी बिहार की लोकसभा सीटों के लिए बेमेल समझौता किया है। इससे भाजपा को लोकसभा चुनाव में तो निश्चित तौर पर फायदा होगा मगर विधानसभा चुनाव में इसका काफी नुकसान उठाना होगा। उन्होंने दो टूक कहा कि सभी पार्टियां सियासी फायदे के लिए बिहार के हितों की बलि चढ़ा रही हैं।
मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी पिछले दिनों अमित शाह बिहार के दौरे पर आए थे। उन्होंने मंच से ऐलान किया था कि आप लोग सुन लीजिए...नीतिश कुमार के लिए बीजेपी का दरवाजा बंद हो गया है। पीके ने कहा कि बिहार में अब लोग मजाक उडा रहे हैं...अमित शाह ने दरवाजा तो बंद किया मगर सिटकिनी लगाना भूल गए। इसका फायदा उठाकर नीतिश फिर बीजेपी में घुस गए। प्रशांत ने नीतिश कुमार को महाधुर्त बताते हुए कहा कि वे कुर्सी के लिए बिहार के लोगों के विश्वास की ठगी कर रहे हैं।
पीके ने यह जरूर कहा कि इस बेमेल गठबंधन से राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी को जरूर फायदा होगा। इंडिया गठबंघन को तोड़ने के लिए बीजेपी ने बिहार के हितों को दांव पर लगा दिया। इस सवाल पर कि लोकसभा चुनाव में राम मंदिर से भाजपा को फायदा नहीं होगा, प्रशांत किशोर ने प्रतिप्रश्न किया कि ऐसा है तो फिर बीजेपी नीतिश कुमार के पीछे क्यों भाग रही है? उन्होंने कहा कि इश्यू सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी रहेंगे...उनका काम रहेगा। लोग सिर्फ इस आधार पर वोट करेंगे कि मोदीजी को पसंद करते हैं या नहीं करते। उन्होंने सीटों की संख्या बताने से इंकार किया मगर ये अवश्य कहा कि इसमें कोई संशय नहीं कि लोकसभा चुनाव में एनडीए कम बैक करेगी। वो भी विपक्ष को क्लिन स्वीप करने के साथ। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को खतम मानने के सवाल से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों के साथ ऐसा होता है। एक नैरेटिव बनता है, उससे बाहर निकलने में टाईम लगता है। 10 साल बाद हो सकता है कांग्रेस फिर से उपर आए।