Pahalgam Terror Attack Shubham Dwivedi: 12 फरवरी को हुई थी शादी, 22 अप्रैल को ले ली जान! नई-नवेली दुल्हन के सामने पति को मारी गोली
Pahalgam Terror Attack Shubham Dwivedi: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए दिल दहलाने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। बैसरन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, वहां 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई,

Pahalgam Terror Attack Shubham Dwivedi: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए दिल दहलाने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। बैसरन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, वहां 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसमें कानपुर के 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी भी शामिल हैं। शुभम की 12 फरवरी 2025 को ऐशन्या द्विवेदी से शादी हुई थी, शुभम अपनी शादी के बाद दूसरी बार परिवार के 11 सदस्यों के साथ कश्मीर घूमने गए थे। आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर शुभम को सिर में गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में नागरिकों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला है। आइए, जानते हैं इस त्रासदी की पूरी कहानी और शुभम द्विवेदी की मौत के पीछे की दर्दनाक सच्चाई।
शुभम द्विवेदी की दर्दनाक कहानी
शुभम द्विवेदी, कानपुर के चकेरी इलाके के रहने वाले, अपने पिता संजय द्विवेदी के सीमेंट कारोबार को संभालते थे। MBA डिग्री धारक शुभम अपने परिवार के इकलौते बेटे थे और उनकी बहन, माता-पिता, और नई-नवेली पत्नी ऐशन्या के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे थे। शुभम और ऐशन्या ने 17 अप्रैल को 11 परिवारजनों के साथ कश्मीर की सैर के लिए निकले थे, और उनकी वापसी 23 अप्रैल को होनी थी।
शुभम के चचेरे भाई, सौरभ द्विवेदी, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, उन्होंने मिडिया को बताया, “शादी के बाद यह उनकी दूसरी यात्रा थी। इस बार उन्होंने परिवार के साथ पहलगाम जाने का फैसला किया था।” मंगलवार दोपहर, शुभम और ऐशन्या ने बैसरन घाटी में घुड़सवारी का लुत्फ उठाने का फैसला किया। लेकिन दोपहर करीब 2:50 बजे, आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया।
सौरभ ने मिडिया को बताया, “आतंकियों ने शुभम का नाम पूछा और उसे कलमा पढ़ने को कहा। जब वह नहीं पढ़ सका, तो उन्होंने उसके सिर में गोली मार दी। ऐशन्या ने उनसे गुहार लगाई कि उसे भी गोली मार दें, लेकिन आतंकियों ने मना कर दिया और कहा कि वह वापस जाकर सरकार को बताए कि उन्होंने क्या किया।” सौरभ ने कहा कि उन्होंने घटना का वीडियो देखा, जिसमें शुभम को स्पष्ट रूप से पहचाना जा सकता है।
बैसरन घाटी में खूनी तांडव
बैसरन घाटी, पहलगाम से 5 किमी दूर एक खूबसूरत पर्यटन स्थल, मंगलवार को खून से लाल हो गई। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अनंतनाग पुलिस के अनुसार, आतंकियों ने 40 पर्यटकों के समूह पर 50 से ज्यादा राउंड फायरिंग की। 26 लोग मारे गए, जिनमें 22 भारतीय पर्यटक, 2 विदेशी (संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल से), और 2 स्थानीय निवासी शामिल हैं। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने धर्म और पहचान के आधार पर लोगों को निशाना बनाया। एक महिला पर्यटक ने बताया, “आतंकियों ने पुरुषों को निशाना बनाया और महिलाओं को ज्यादातर छोड़ दिया। उन्होंने मेरे पति से उनका नाम और धर्म पूछा, फिर गोली मार दी।” TRF ने दावा किया कि यह हमला कश्मीर में पर्यटन और भारतीय प्रशासन के खिलाफ था, और इसे जनसांख्यिकीय बदलाव के विरोध में अंजाम दिया गया।
शुभम की मौत पर कानपुर में मातम
कानपुर के श्याम नगर में शुभम के घर मातम पसरा है। उनके पिता संजय द्विवेदी, मां सीमा, और बहन सदमे में हैं। सौरभ ने कहा, “शुभम हमारे परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी शादी को सिर्फ दो महीने हुए थे। यह नुकसान हम कभी नहीं भूल पाएंगे।” अनंतनाग पुलिस ने बताया कि शुभम का शव श्रीनगर लाया गया है, और 2-3 दिनों में पोस्टमॉर्टम के बाद कानपुर भेजा जाएगा।
केंद्र और राज्य सरकार का एक्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़कर बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए। उन्होंने NSA अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर, और अन्य अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। मोदी ने कहा, “इस जघन्य हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हमारा आतंकवाद के खिलाफ संकल्प अटल है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार रात श्रीनगर पहुंचे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, IB निदेशक तपन डेका, और J&K पुलिस के साथ सुरक्षा समीक्षा की। NIA की दो टीमें जांच के लिए श्रीनगर पहुंच चुकी हैं। सेना, CRPF, और J&K पुलिस ने बैसरन घाटी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी अपनी अमेरिका और पेरू यात्रा रद्द कर दी है। J&K प्रशासन ने पर्यटकों के लिए 24/7 हेल्पलाइन (0194-2457543, 7006058623) जारी की है। एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 30 अप्रैल तक श्रीनगर की उड़ानों के लिए मुफ्त रीशेड्यूलिंग और रिफंड की सुविधा दी है।
कश्मीर में पर्यटन और अमरनाथ यात्रा पर सवाल
यह हमला 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले हुआ, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पहलगाम में पर्यटक डर के माहौल में वापस लौट रहे हैं, और शहर की सड़कें सूनी हो गई हैं। पहलगाम टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष गुलजार अहमद वानी ने कहा, “यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, हमारी आजीविका पर है। पर्यटक हमारे परिवार जैसे हैं।”
