Operation Sindoor Update: ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकाने तबाह, महिला अफसरों ने दिखाई ताकत! जानिए ऑपरेशन सिंदूर की इनसाइड स्टोरी!
Operation Sindoor Update: भारतीय सेना ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 25 भारतीय पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में भारत सरकार ने "ऑपरेशन सिंदूर" को अंजाम देकर सख्त और सुनियोजित प्रतिशोध लिया. 6-7 मई के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइलों और ड्रोन से ध्वस्त कर दिया. आइये जानते हैं कैसे "ऑपरेशन सिंदूर" को अंजाम दिया गया.

Operation Sindoor Update: भारतीय सेना ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 25 भारतीय पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी थी. इसके जवाब में भारत सरकार ने "ऑपरेशन सिंदूर" को अंजाम देकर सख्त और सुनियोजित प्रतिशोध लिया. 6-7 मई के बीच भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइलों और ड्रोन से ध्वस्त कर दिया. आइये जानते हैं कैसे "ऑपरेशन सिंदूर" को अंजाम दिया गया.
यहाँ से शुरू हुआ मामला
22 अप्रैल 2025 की शाम को जब कश्मीर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में पर्यटक अपने नजदीकियों के साथ एक शांत शाम गुजर रहे थे. पर्यटक होने वाली अनहोनी से अनजान मौसम का लुफ्त ले रहे थे इसी बीच अज्ञात आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया यह हमला सिर्फ एक आतंकी कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह धार्मिक भेदभाव पर आधारित था.
हमलावरों ने पर्यटकों से धर्म पूछकर हिन्दू पर्यटकों को पहचान कर गोलियों से भून दिया. इस निर्मम हमले में 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली पर्यटक मारे गए. कई महिलाओं ने अपने पति को खोया उनके जीवन का सिंदूर छिन गया.
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. सोशल मीडिया, समाचार चैनलों और सड़कों पर गुस्सा उमड़ पड़ा. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी दिन स्पष्ट शब्दों में कहा था कि "भारत इसका जवाब देगा." और यहीं से शुरू हुआ भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई की पूरी रणनीति बनाने का सिलसिला.
हमले के बाद हुई थी उच्चस्तरीय बैठक
हमले के तुरंत बाद 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेनाओं के प्रमुख, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, और अधिकारी उपस्थित थे. प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों को पूर्ण स्वतंत्रता देते हुए कहा “कब और कैसे जवाब देना है, इसका निर्णय आप करेंगे”. इसी बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुवात मानी जा सकती है.
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ अपनी ज़ीरो टॉलरेंस नीति को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की और स्पष्ट किया कि भारत आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाएगा. ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करना था, ताकि इन आतंकी संगठनों को भारत के खिलाफ अपनी गतिविधियाँ जारी रखने से रोका जा सके.
भारत ने इस हमले के दौरान अपने सैन्य संयम को बनाए रखा. ऑपरेशन का मुख्य ध्यान सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों पर था, न कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर. भारतीय सेना ने यह सुनिश्चित किया कि हमला अत्यधिक सटीक हो और सिर्फ आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविरों और ठिकानों को निशाना बनाया जाए.
महिला अफसरों ने दिखाई ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक सैन्य कार्रवाई के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम का चयन किया, सेना की ओर से जब इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, तब उसे दो महिला सैन्य अफसरों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संबोधित किया, इस दौरान संसद हमले, मुंबई हमले, पुलवामा और पहलगाम हमले के दृश्य भी दिखाए गए.
ऑपरेशन सिंदूर की तैयारी
ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सटीक इनपुट लाये गए थे. एनएसए अजीत डोभाल की निगरानी में, राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन, RAW और सेना की खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों की सटीक पहचान की. इसके बाद इन ठिकानों को निशाना बनाने के लिए एक स्ट्रैएटजी बनाई और ऑपरेशन तैयार किया गया.
प्रधानमंत्री मोदी और डोभाल की मुलाकात
अजीत डोभाल ने ऑपरेशन के हर पहलू पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा की. डोभाल ने प्रधानमंत्री को ऑपरेशन की योजना बताई और उसके बाद पीएम मोदी ने इसे मंजूरी दी. यह ऑपरेशन पूरी तरह से गुप्त रखा गया और इसे सिर्फ कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के बीच साझा किया गया.
कैसे दिया गया ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम
6 और 7 मई की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK के आतंकियों के ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले किए. भारतीय सेना और वायुसेना ने अत्याधुनिक प्रीसिशन स्ट्राइक वेपन्स का उपयोग किया. इन हमलों को इतनी सटीकता से अंजाम दिया गया कि पाकिस्तान का कोई भी सैन्य ठिकाना इसके निशाने में नहीं आया.
इन ठिकानो को भारत ने बनाया अपना टारगेट
भारत ने बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे क्षेत्रों में आतंकवादियों के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाया. इन ठिकानों पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के केंद्र माने जाते थे. हमलों से आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर और ठिकाने पूरी तरह से नष्ट हो गए.
पाकिस्तान का पहला बयान
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने पहले इन हमलों को नकारा किया. हालांकि, बाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन हमलों की पुष्टि की और यह स्वीकार किया कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर पांच जगहों पर हमले किए थे.
ऐसे पड़ा ऑपरेशन सिंदूर का नाम
ऑपरेशन सिंदूर का नाम विशेष रूप से पहलगाम हमले में मारे गए भारतीय महिलाओं के सम्मान में रखा गया था. जिन महिलाओं के माथे का सिंदूर उस हमले में छिन गया था, उन्हीं के सम्मान में इस ऑपरेशन को यह नाम दिया गया. यह नाम एक प्रतीक बन गया, जो यह संदेश देता है कि भारत अपनी बहनें और माताओं के सम्मान की रक्षा करेगा.
भारत का कूटनीतिक कदम
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत ने अपने कूटनीतिक प्रयासों को तेज कर दिया. NSA अजीत डोभाल ने अमेरिका और अन्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से बात की और भारत के पक्ष को स्पष्ट किया. इसके साथ ही भारत ने ब्रिटेन, सऊदी अरब, रूस और अन्य देशों के समकक्षों को भी इस ऑपरेशन के बारे में सूचित किया.
आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति
ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने संघर्ष को जारी रखेगा. यह एक महत्वपूर्ण संदेश था कि भारत किसी भी कीमत पर आतंकवादियों को बढ़ावा नहीं देगा और उसकी जड़ें उखाड़ने के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
एयरस्ट्राइक में इन मिसाइलों का किया गया उपयोग
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में स्कैल्प क्रूज मिसाइल, हैमर मिसाइल और अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया, जिससे आतंकियों के ठिकाने पल भर में मिट्टी में मिल गए. बता दें कि स्कैल्प क्रूज मिसाइल एक फ्रांसीसी-ब्रिटिश लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल है, जो राफेल विमानों के साथ होती है और 250 से 560 किलोमीटर तक मार कर सकती है. यह कम दृश्यता वाली मिसाइल सटीक निशाने पर हमला करने के लिए जानी जाती है. वहीं, हैमर मिसाइल (AASAM) फ्रांसीसी कंपनी सफरान द्वारा विकसित एक मॉड्यूलर हथियार प्रणाली है, जो सामान्य बमों को मिसाइल में बदल देती है और हवा से जमीन पर मध्यम दूरी तक सटीक हमला कर सकती है.
"ऑपरेशन सिंदूर" का मतलब प्रतिशोध तो था ही साथ ही, यह एक संदेश भी दिया गया की भारत अपनी बहनों और माताओं के सम्मान की रक्षा करेगा, और किसी भी आतंकवादी संगठन को भारत में अशांति फैलाने की अनुमति नहीं देगा.
