दिल्ली धमाके से फरीदाबाद 'अल-फलाह' यूनिवर्सिटी के जुड़े तार; क्या लैब में बनाये जाते थे विस्फोटक? जांच में जुटी NIA

Delhi Blast News
Delhi Blast: देश की राजधानी दिल्ली में बीते सोमवार देर शाम एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 12 लोगों की जान चली गई। जिसके बाद इस मामले को लेकर पुलिस और केंद्रीय जाँच एजेंसियाँ जाँच में जुटी हुई हैं। वहीं, आज गृहमंत्री अमित शाह के घर पर एक उच्च-स्तरीय (हाई लेवल) मीटिंग हुई जो पूरे सवा घंटे तक चली। इस मीटिंग में आईबी चीफ, एनआईए के डीजी के साथ ही एनएसजी के डीजी भी मौजूद थे।
मीटिंग की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बैठक में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के अलावा आईबी के चीफ और गृह सचिव भी शामिल हुए। बैठक में धमाके के बाद हादसे की जाँच और आगे के एक्शन को लेकर एक घंटे से भी ज्यादा समय तक बात हुई। माना जा रहा है कि गृहमंत्री ने सभी जाँच एजेंसियों को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए हैं।
Chaired review meetings on the Delhi car blast with the senior officials. Instructed them to hunt down each and every culprit behind this incident. Everyone involved in this act will face the full wrath of our agencies. pic.twitter.com/8UO2PYCvoh
— Amit Shah (@AmitShah) November 11, 2025
फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का दिल्ली ब्लास्ट से लिंक
इधर, इस मामले की जाँच कर रही केंद्रीय जाँच एजेंसी को दिल्ली के कार ब्लास्ट से जुड़े कुछ लिंक मिले हैं। जानकारी के अनुसार, आज मंगलवार को पुलिस और एनआईए की टीम ने फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान तीन लैब कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है, वहीं चार जमातियों को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जाँच में यह बात भी सामने आई है कि, दिल्ली ब्लास्ट में शामिल आतंकी उमर नबी इसी यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था। ब्लास्ट से पहले वह इसी यूनिवर्सिटी से i20 कार लेकर निकला था। इसी कार से दिल्ली में धमाका हुआ था।
पुलिस का कहना है कि, जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवातुल-हिंद का एक अंतर्राष्ट्रीय मॉड्यूल इस यूनिवर्सिटी से जुड़ा था। ये नेटवर्क कथित तौर पर शैक्षणिक और प्रोफेशनल करियर में घुसपैठ कर गया था और फंड के लेन-देन, रंगरूटों को कट्टरपंथी बनाने और विस्फोटक इकट्ठा करने के लिए एन्क्रिप्टेड चैनलों, धर्मार्थ (चैरिटेबल) संगठनों और विश्वविद्यालय नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस को यह भी शक है कि, यूनिवर्सिटी की लैब में आरडीएक्स (RDX) जैसे विस्फोटक तैयार किए जा रहे थे। जिसके बाद पुलिस और एनआईए की टीम इस मामले की जाँच में जुटी हुई है।
