Neet Paper Leak Case: नीट पेपर लीक कांड में मंत्री का हाथ, गेस्ट हाउस में अभ्यर्थियों को दिलाया था कमरा, पूछताछ में खुला राज
Neet Paper Leak Case: नीट (NEET) परीक्षा पेपर लीक केस में अब हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. इसमें मंत्री जी का भी हाथ है.
Neet Paper Leak Case: देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षाओं से एक NEET UG 2024 की परीक्षा लीक मामले में रोज नई नई जानकारियां सामने आ रही हैं. इस मामले बिहार पुलिस ने चार अभ्यर्थी समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया हैं. नीट (NEET) परीक्षा पेपर लीक केस में अब हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. इसमें मंत्री जी का भी हाथ है.
पूछताछ में खुलासा
दरअसल, मंगलवार को नीट पेपर लीक कांड में कुछ गिरफ्तार अभ्यर्थियों से पूछताछ की गई थी. ईओयू ने मंगलवार को चार अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जिसमे दो अभ्यर्थी और उनके परिजन पहुंचे थे. दोनों अभ्यर्थी और उनके अभिभावक से ईओयू मुख्यालय में अलग - अलग पूछताछ की गयी. पूछताछ में हैरान के देने वाले तथ्य सामने आये. उन्होंने मामले में सांसद का नाम लिया है. हालांकि नाम का खुलासा नहीं हुआ है. अभ्यर्थियों से आज भी पूछताछ होनी है.
मंत्री जी का नाम आया सामने
वहीँ, छात्रों को पटना के NHAI गेस्ट हाउस में रुकवाने में किसी मंत्री जी ने मदद की है. छात्रों को परीक्षा से एक दिन पहले उसे क्वेश्चन पेपर रटवाया गया था. सभी गेस्ट हाउस में रुके थे. इसमें गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग यादव नाम को एनएचएआई के गेस्ट हाउस में ठहराया गया था. अनुराग यादव ने बताया पूछताछ में बताया कि उसके रिश्तेदार की सॉल्वर गैंग से नगर निगम में मुलाक़ात हुई थी. उन्होंने कहा परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कर के बच्चों को याद करवाकर पास करवा देते हैं. जिसके बाद यह डील हुई.
एंट्री रजिस्टर में मंत्री का नाम
अनुराग यादव अपनी मां रीना कुमारी के साथ परीक्षा देने आया था. उन्हें पटना एयरपोर्ट के सामने NHAI गेस्ट हाउस में रुकवाया गया था. जिसकी व्यवस्था मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु ने कराई थी. वहां दो अन्य अभ्यर्थी भी ठहरे थे. गेस्ट हाउस की गेस्ट एंट्री रजिस्टर की जब जांच की गयी तो उसमे मंत्री जी का नाम सामने आया. एंट्री रजिस्टर में अभ्यर्थी अनुराग यादव के नाम के आगे लेटर नंबर 440 और मंत्री जी लिखा हुआ है. इससे पता चलता है कि सॉल्वर गैंग की पहचान मंत्रियों तक है. हालाँकि यह मंत्री है कौन जिसने सॉल्वर गैंग की मदद की और होटल में रूम दिलवाया.
नीट पेपर लीक केस में 13 गिरफ्तार
बिहार आर्थिक अपराध इकाई जांच में जुटी हुई है. अभी तक स्पेशल इनवेस्टिगेटिंग टीम ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में कुछ कैंडिडेट्स के परिजन और दलाल शामिल हैं. इन्होंने पुलिस के सामने नीट पेपर लीक के लिए पैसे के लेनदेन की बात कबूल की है. गिरफ्तार आरोपियों में जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु, अखिलेश, बिट्टू, आयुष, अमित, नीतीश कुमार, संजीव सिंह समेत अन्य लोग शामिल हैं. गिरफ्तार परीक्षा माफिया और दानापुर नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु ने भी पेपर लीक में अपनी भूमिका कबूल कर ली है.
आरोपी सिकंदर यादवेंदु ने स्वीकार की नीट पेपर लीक की बात
आरोपी सिकंदर यादवेंदु ने स्वीकार किया कि अमित आनंद और नीतीश कुमार ने 4 मई को क्वेश्चन पेपर हासिल किया था. फिर इसे रामकृष्ण नगर इलाके में लर्न प्ले स्कूल ले जाया गया. यहां पहले से करीब 30 की संख्या में नीट एग्जाम के अभ्यर्थी बैठे हुए थे. सिकंदर ने इस बात को भी स्वीकार किया कि वह कुछ NEET उम्मीदवारों के परिवारों के कॉन्टैक्ट में था, जिसके बाद पैसे के लेनदेन की सौदेबाजी हुई.
आरोपी अमित BPSC TRE 3.O में था शामिल
आरोपी अमित और नीतीश ने भी शास्त्रीनगर पुलिस के सामने प्रश्नपत्र लीक में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.उन्होंने हर उम्मीदवार से 30 लाख से 32 लाख रुपए लेने की बात स्वीकार की है. बता दें आरोपी नीतीश कुमार इससे पहले बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा (BPSC TRE 3.O) पेपर लीक में शामिल था. वहीं गिरफ्तार आरोपी अमित आनंद पटना में एक अपंजीकृत शैक्षणिक परामर्श फर्म चलाता था. वहीँ नीट पेपर लीक कांड में मुख्य मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अभी फरार है. पुलिस संजीव की तलाश में लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रही है.