Begin typing your search above and press return to search.

IAS के साथ IRS एसोसिएशन: जी कृष्णैया मामले में आईआरएस एसोसिएशन ने दिया समर्थन, आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

IAS के साथ IRS एसोसिएशन: जी कृष्णैया मामले में आईआरएस एसोसिएशन ने दिया समर्थन, आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
X

Supreme Court

By Manoj Vyas

NPG ब्यूरो. आईएएस व बिहार के गोपालगंज जिले के कलेक्टर रहे जी. कृष्णैया की हत्या करने वाले बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ आईएएस एसोसिएशन की लड़ाई को अब आईआरएस एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है. साथ ही, सभी सिविल सेवा के अधिकारियों की एकजुटता पर जोर दिया है. आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ जी. कृष्णैया की पत्नी उमा देवी की याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेके माहेश्वरी की बेंच यह मामला सुनेगी.

बिहार सरकार द्वारा कारा अधिनियम में संशोधन कर आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ जी कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है. बिहार की नीतीश सरकार ने कारा अधिनियम में बदलाव कर आनंद मोहन के साथ 26 कैदियों को रिहा कर दिया. इसके बाद आईएएस एसोसिएशन विरोध में है. इसे भारतीय सेवा के अन्य सेवाओं के अधिकारियों द्वारा समर्थन दिया जा रहा है. आनंद मोहन को फिर से जेल भेजने की मांग की जा रही है. जी कृष्णैया की बेटी ने आनंद मोहन की रिहाई को पूरे देश के लिए अन्याय बताया है.


बता दें कि तेलंगाना में जन्मे आईएएस कृष्णैया अनुसुचित जाति से थे. वे बिहार में गोपालगंज कलेक्टर थे. 1994 में जब मुजफ्फरपुर जिले से गुजर रहे थे, तभी भीड़ ने पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी थी. इस दौरान इन्हें गोली भी मारी गई थी. आरोप था कि डीएम की हत्या करने वाली उस भीड़ को बाहुबली आनंद मोहन ने ही उकसाया था. इस मामले में आनंद मोहन को फांसी की सजा हुई थी. बाद में हाईकोर्ट ने फांसी को उम्र कैद में बदल दिया. अब ठाकुर वोटों को साधने के लिए बिहार सरकार ने कानून में बदलाव कर उसे रिहा कर दिया है.

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

Read MoreRead Less

Next Story