Afzal Ansari News: सांसद अफजाल अंसारी को चार साल की सजा और एक लाख का जुर्माना, सांसदी जाना तय
Afzal Ansari News: मुख्तार अंसारी के बाद अब उसके भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी को भी गैंगस्टर मामले में दोषी करार दिया गया है। उन्हें गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा 4 साल की सजा सुनाई गई और 1 लाख जुर्माना भी लगाया गया।

Afzal Ansari News: मुख्तार अंसारी के बाद अब उसके भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी को भी गैंगस्टर मामले में दोषी करार दिया गया है। उन्हें गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा 4 साल की सजा सुनाई गई और 1 लाख जुर्माना भी लगाया गया। बता दें कि थोड़ी देर पहले अफजाल अंसारी के भाई मुख्तार अंसारी को भी इसी मामले में दोषी करार देते हुए अदालत ने 10 साल कैद और 5 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी।
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की पेश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई, जबकि सांसद अफजाल अंसारी खुद कोर्ट पहुंचे थे। अफजाल अंसारी को चार साल से ज्यादा की सजा हुई है। ऐसे में उनकी संसद सदस्यता जाना तय माना जा रहा है। शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की है। वहीं अफजल अंसारी को सजा मिलने उन्हें जिला जेल गाजीपुर में शिफ्ट किया जा रहा है।
बता दें कि गैंगस्टर एक्ट का यह मामला साल 2007 में कृष्णानंद राय की हत्या (2005) के दो साल बाद पुलिस ने दर्ज किया था। यह केस राय की हत्या के बाद हुई आगजनी, बवाल और कारोबारी नंद किशोर रुंगटा की अपहरण-हत्या को आधार बनाते हुए पुलिस ने मुख्तार और अफजाल पर दर्ज किया था।
करंडा थाना और मोहम्दाबाद थानों में दर्ज किडनैपिंग और हत्या से जुड़े गैंगस्टर मामले में आज गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट ने अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) और मुख्तार अंसारी दोनों को दोषी करार दिया। भाजपा के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड और व्यापारी नंदकिशोर रुंगटा के अपहरण के बाद मुख्तार अंसारी और अफजल अंसारी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इसके बाद आज सजा सुनाई गई है। जिसमें मुख्तार अंसारी को 10 साल तो अफजाल अंसारी को चार साल की जेल हो गई है।
साल 2005 में तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय पर 500 राउंड की फायरिंग की गई थी। कृष्णानंद राय का पूरे शरीर गोलियों से छलनी हो गया था। इस हमले में एके-47 का इस्तेमाल हुआ था। इस घटना में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उसके भाई का नाम आया था।
दरअसल, साल 2002 में गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से कृष्णानंद राय ने मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) को हरा दिया था। इसके बाद दोनों भाइयों ने इसे अपनी नाक की लड़ाई बना ली। कहते हैं कि इसके बाद मुख्तार अंसारी ने अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया कि कैसे भी करके कृष्णानंद राय को इस रास्ते से हटाना है।
