Mahua Moitra: महुआ मोइत्रा कैश कांड में लोकसभा एथिक्स कमिटी की पहली बैठक आज, जानिए पूरा मामला
Mahua Moitra Cash For Query Row: तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लाए गए कैश-फॉर-क्वेश्चन आरोपों के संबंध में लोकसभा की एथिक्स कमेटी आज अपनी पहली बैठक करेगी।
Mahua Moitra Cash For Query Row: तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लाए गए कैश-फॉर-क्वेश्चन आरोपों के संबंध में लोकसभा की एथिक्स कमेटी आज अपनी पहली बैठक करेगी। कमेटी ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई को महुआ मोइत्रा पर लगाए गए आरोपों के संबंध में अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की गई शिकायत में देहाद्रई के शेयर किये गए कागजों का उल्लेख किया है।
लोकसभा की एथिक्स कमेटी सांसदों के नैतिक और नैतिक आचरण की निगरानी के लिए 2015 में अस्तित्व में आई। यह एक साल की अवधि के साथ लोकसभा का स्थायी हिस्सा है। वर्तमान समय में, लोकसभा एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष भाजपा के विनोद कुमार सोनकर हैं।
लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सदस्य लोकसभा में सभी पार्टियों के नेता होते हैं। भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा, सुमेधानंद सरस्वती, अपराजिता सारंगी, डॉ. राजदीप रॉय, सुनीता दुग्गल और सुभाष भामरे, कांग्रेस के वी वैथिलिंगम, एन उत्तम कुमार रेड्डी, बालाशोवरी वल्लभनेनी, और परनीत कौर, शिवसेना के हेमंत गोडसे, जद (U) के गिरिधारी यादव, CPI (M) के पीआर नटराजन और BSP के दानिश अली मेंबर हैं।
महुआ मोइत्रा पर क्या हैं आरोप
निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की कि महुआ मोइत्रा ने संसद में अडाणी पर सवाल पूछने के लिए उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से नकद और उपहार लिए। आरोप वकील जय अनंत देहाद्राई द्वारा शेयर किए गए सबूतों पर आधारित थे। साथ ही, दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने लोकसभा में 61 सवाल पूछे थे जिनमें 50 सवाल अडाणी समूह पर आधारित थे। इसके बाद एक हलफनामा सामने आया था, जिस पर उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी ने साइन किए थे। उसमें उन्होंने माना था कि अडाणी के खिलाफ संसद में सवाल उठाने के लिए महुआ मोइत्रा को रिश्वत दी थी।