Mahakumbh 2025: ग्रीस की युवती और दिल्ली के युवक ने महाकुंभ में रचाई शादी... जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने किया कन्यादान...
Mahakumbh 2025: ग्रीस की एक युवती ने भारतीय युवक से महाकुंभ में शादी रचाई हैं. दोनों ही धार्मिक तरीके से अपने जीवन की शुरुवात करना चाहते थे इसलिए उन्होंने यहाँ शादी करके नई शुरुवात की.

Mahakumbh 2025: प्रयागराज के महाकुंभ से लगातार अलग-अलग तरह की ख़बरें सामने आ रही हैं. यहाँ आए सभी भक्त 144 साल बाद इस महाकुंभ पर्व को बेहद ही ख़ास बनाना चाहते हैं. ऐसी ही सोच लिए ग्रीस की एक युवती ने भारतीय युवक से महाकुंभ में शादी रचाई हैं.
बता दें युवती का नाम पेनेलोप और युवक का नाम सिद्धार्थ शवि खन्ना हैं. दोनों ने रविवार को महाकुंभ में शादी की हैं. उनका कहना है कि दोनों ही धार्मिक तरीके से अपने जीवन की शुरुवात करना चाहते थे इसलिए उन्होंने यहाँ शादी करके नई शुरुवात करने की सोची. और दोनों ही शादी के नाम पर चलने वाले पीने-पिलाने वाले कल्चर को पसंद नही करते.
पेनेलोप और सिद्धार्थ की मुलाकात 9 साल पहले थाईलैंड में हुई थी. जब पेनेलोप योग सीखने वहां गई थी. सिद्धार्थ शवि खन्ना एक योगा टीचर हैं जो विदेशों में जाकर भी योग सिखाते हैं. वो वेस्ट पंजाबी बाग के रहने वाले हैं. और पेनेलोप टूरिज्म मैनेजमेंट से ग्रेजुएट हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिद्धार्थ का कहना है कि दोनों ने मिलकर ये सोचा था कि शादी बिल्कुल ही अलग और मेमोरेबल होनी चाहिए. साथ ही धार्मिक रीती रिवाजों के साथ होने चाहिए. और इस नजरिये से इस बार का महाकुंभ जो 144 साल के बाद के संयोग से काफी दुर्लभ हैं. इसलिए ही दोनों ने यहाँ शादी करने का निर्णय लिया. सिद्धार्थ ने बताया की यहाँ दोनों स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज जी से मिले. जिसके बाद दोनों ने उसके आशीर्वाद के साथ अपनी शादी रचाई.
वहीं पेनेलोप ने बताया अब तक किसी हिन्दू भारतीय शादी में नहीं हुई थी हैं. यह खुद दुल्हन बनकर उन्होंने भारतीय शादी का अनुभव किया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वो पहले से ही बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई हैं. इसके साथ ही उन्हें हिन्दू रीती-रिवाज, धर्म-शास्त्र जानने का बेहद शौक हैं. जिसके लिए पेनेलोप और उनकी माँ दोनों ही महाकुंभ के शुरुवात से यहाँ हैं. और 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर संगम स्नान भी करने वाली हैं.
वहीं यह शादी 26 जनवरी को महाकुंभ के शिविर में हुई. जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि ने बताया कि पेनेलोप और सिद्धार्थ दोनों ही पिछले कुछ वर्षों से सनातन धर्म का अनुयायी हैं. जिसके चलते उन्होंने दोनों की शादी भारतीय परंपरा से पूरी कराई.