Sikandar Bagh Ghost Story: सूरज ढलते ही सिकंदर बाग में उठती हैं आत्माओं की चीखें! जानिए सिकंदर बाग महल की डरावनी कहानियां!
Lucknow Haunted Places: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ नवाबी अंदाज़, स्वादिष्ट व्यंजन और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है। लेकिन इस चमकते-दमकते शहर की चमक के पीछे कुछ ऐसे रहस्य भी छिपे हैं, जो आपकी रूह को कंपा सकते हैं।

Lucknow Haunted Places: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ नवाबी अंदाज़, स्वादिष्ट व्यंजन और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है। लेकिन इस चमकते-दमकते शहर की चमक के पीछे कुछ ऐसे रहस्य भी छिपे हैं, जो आपकी रूह को कंपा सकते हैं। आज हम बात कर रहे हैं लखनऊ की एक बेहद डरावनी जगह – सिकंदर बाग महल की, जहां सूर्यास्त के बाद लोग कदम रखने से भी डरते हैं।
लखनऊ की वह जगह जो डर का दूसरा नाम बन चुकी है
लखनऊ की खूबसूरत इमारतों और बाग-बगिचों में सिकंदर बाग एक महत्वपूर्ण नाम है, लेकिन जितनी प्रसिद्धि इसे अपने इतिहास के लिए मिली है, उतना ही यह भूतिया घटनाओं के लिए भी जाना जाता है। यह जगह हजरतगंज रोड पर स्थित है और ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
सिकंदर बाग का खौफनाक इतिहास
सिकंदर बाग महल का निर्माण अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह ने अपनी बेगम सिकंदर महल के लिए कराया था। देखने में यह एक खूबसूरत बाग था, लेकिन 1857 की क्रांति के दौरान यह खून और चीखों से लाल हो गया। यहां ब्रिटिश फौज और भारतीय सिपाहियों के बीच भयंकर युद्ध हुआ, जिसमें सैकड़ों क्रांतिकारी वीरगति को प्राप्त हुए। कहते हैं कि इन वीरों के शवों को ठीक से दफनाया तक नहीं गया, जिससे यह स्थान एक अशांत आत्माओं का ठिकाना बन गया।
सिकंदर बाग की डरावनी घटनाएं
1857 की लड़ाई के बाद से ही इस बाग से जुड़ी भयावह घटनाएं सामने आने लगीं। स्थानीय लोगों का मानना है कि रात के समय यहां से अजीब तरह की चीखें, रोने की आवाजें, और फुसफुसाहटें सुनाई देती हैं। कुछ लोग बताते हैं कि आधी रात के वक्त सफेद और लाल कपड़ों में लिपटी आकृतियाँ बाग में नाचती दिखाई देती हैं। इतना ही नहीं, कई लोगों ने यहां से गुजरते समय अचानक ठंडी हवा और भारीपन महसूस किया है।
यहां के स्थानीय लोगों और गार्ड्स के अनुसार, जब भी कोई इस जगह पर रात के समय आता है, तो उसे किसी अनदेखी शक्ति की मौजूदगी का अनुभव जरूर होता है। कई बार लोगों ने छाया जैसी आकृतियाँ, अदृश्य पदचिन्ह, और गुलशन में हँसी की डरावनी गूंज को महसूस किया है। कुछ वर्षों पहले यहां पर पुराने सैनिकों की हड्डियाँ भी खुदाई में मिली थीं, जिसने इस जगह की डरावनी छवि को और गहरा कर दिया।
आज किस हाल में है सिकंदर बाग महल?
समय के साथ सिकंदर बाग महल का अधिकांश हिस्सा अब खंडहर बन चुका है। जहां पहले नवाबी शान बिखरी रहती थी, आज वहां वीरानगी और सन्नाटा छाया रहता है। दिन के समय में यहां पर्यटक आते हैं, लेकिन जैसे ही सूरज अस्त होता है, पूरा बाग डर के साए में लिपट जाता है।
