Lal Diary Rajasthan News: जानिए...क्या है सियासत में भूचाल लाने वाली लाल डायरी का रहस्य, दर्ज है किसके कारनामे
Lal Diary Rajasthan News राजस्थान की राजनीति से निकली लाल डायरी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि इसके पन्ने खुले तो कई सियासतदानों बेपर्दा हो जाएंगे।
Rajasthan News जयपुर। राजस्थान विधानसभा में उछली लाल डायरी (Lal Diary) देशभर में चर्चा में आ गई है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि यदि इस लाल डायरी के पन्नों में दर्ज राज खुले तो राजस्थान की सत्ता में बैठे कई नेताओं के चेहरे से नकाब उठ जाएगा। दरअसल गहलोत सरकार से एक दिन पहले बर्खास्त किए गए मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा सोमवार को एक लाल डायरी लेकर विधानसभा पहुंचे थे। गुढ़ा का दावा है कि वे डायरी को सदन पटल पर रखकर उसमें दर्ज बातें जनता के सामने लाना चाहते थे, लेकिन उन्हें ऐसा करने नहीं दिया गया। गुढ़ा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
Rajasthan News: किसकी है और कहां से आई है लाल डायरी (Lal Diary)
गुढ़ा का दावा है कि यह लाल डायरी कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौर की है। गुढ़ा के अनुसार 2020 में जब राठौर के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा पड़ा था। तब यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कहने पर उन्होंने यह लाल डायरी राठौर के घर से निकाल कर लाया था। मीडिया से चर्चा करते हुए गुढ़ा ने कहा कि अगर वे लाल डायरी निकाल कर नहीं लाए होते तो गहलोज आज जेल मे होते। गुढ़ा ने बताया कि डायरी निकाल के लान के बाद गहलोत ने उसे जलाने का आदेश दिया था। राजनीतिक गलियरों में चर्चा है कि डायरी राठौर की है। बताया जा रहा है कि राठौर गहलोत के सबसे करीबी नेता हैं। उन्हें डायरी लिखने की आदत है। दिनभर में कहां गए किससे- किससे मिले क्या-क्या हुआ यह सब वे डायरी में दर्ज करते हैं।
जानिए क्यों है लाल डायरी का खौफ Rajasthan News
गुढ़ा का दावा है कि उनके पास जो लाल डायरी (Lal Diary) है उसमें गहलोत सरकार के सियासी संकट के दौर से जुड़े कई बड़े राज दर्ज हैं। बात जुलाई 2020 की है जब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों ने गहलोत के खिलाफ बगावत कर दिया था। संकट के उस दौर में राठौर पूरे समय गहलोत के साथ रहे और गहलोत का हर टास्क पूरा किया। राठौर को डायरी लिखने की आदत है ऐसे में माना जा रहा है कि उस दौरान सरकार बचाने के लिए गहलोत ने जो भी किया वह सब डायरी में दर्ज है।
हुई थी भाजपा विधायकों को खरीदने की कोशिश
गुढ़ा का कहना है कि संकट में फंसी अपनी सरकार को बचाने के लिए गहलोत ने करोड़ों रुपये देकर भाजपा विधायकों को खरीद लिया था। उस लेनदेन के पूरे साक्ष्य डायरी (Lal Diary) में दर्ज है। सोमवार को विधानसभा में उनके साथ हुई घटना से गुढ़ा बेहद क्षुब्ध हैं। गुढ़ा ने दावा किया कि विधानसभा में मार्शलों ने नहीं बल्कि कांग्रेस के मंत्रियों ने उन्हें घसीटकर बाहर निकाला। जब यह घटना हुई तक मार्शल आए ही नहीं थे। गुढ़ा के अनुसार आज जो डायरी लेकर वे विधानसभा गए थे उसके आधे पन्ने गहलोत के मंत्रियों ने छीन लिए, लेकिन आधा अब भी उनके पास है। इसमें कई काले कारनामे दर्ज हैं। इन पन्नों में विधायकों को क्या-क्या दिया गया, राज्यसभा चुनाव में विधायकों को क्या दिया गया, क्या- क्या प्रलोभन दिया गया, क्रिकेट के चुनाव में किसे पैसा दिया गया यह सब दर्ज है। इसका आगे चलकर खुलासा करुंगा।
मंत्रिमंडल से किए गए बर्खास्त Rajasthan News
विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंत्री गुढ़ा ने महिला सुरक्षा को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान दिया था। गुढ़ा ने कहा कि हम मणिपुर की घटना पर बोलने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए। इस बयान के बाद गुढ़ा को मत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। सोमवार को हुई घटना के बाद उन्हें विधानसभा से भी निलंबित कर दिया गया है।