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बड़ी खबर: शातिर साइबर ठग 'कुरापति अजय' गिरफ्तार; 13 राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश, 5 वर्षों बाद पकड़ाया

बड़ी खबर: शातिर साइबर ठग कुरापति अजय गिरफ्तार; 13 राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश, 5 वर्षों बाद पकड़ाया
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Cyber Crime News

By Ashish Kumar Goswami

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की विधाननगर पुलिस ने एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। तक़रीबन देशभर के 13 राज्यों की पुलिस उसे तलाश कर रही थी। आरोपी का नाम अजय के उर्फ कुरापति अजय है, जो मूल रूप से बेंगलुरु, कर्नाटक का रहने वाला है। यह पिछले पाँच सालों से फरार बताया जा रहा था, जिसे अब पकड़ा गया है।

कैसे हुआ खुलासा?

जानकारी के अनुसार, बीते सोमवार को विधाननगर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, 29 जुलाई, 2025 को विधाननगर पूर्व थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसे बिहार निवासी विनय कुमार ने दर्ज कराया था। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि, वह सॉल्टलेक में किसी काम से एक गेस्ट हाउस में आकर ठहरे थे। उसी दौरान उनका वॉलेट, मोबाइल और लैपटॉप चोरी हो गया। उन्होंने उसे बहुत खोजने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिला।

इसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस की जाँच में पता चला कि उनके वॉलेट में रखे हुए क्रेडिट कार्ड से क़रीब साढ़े पाँच लाख का गोल्ड व कीमती आईफोन खरीदा गया है। साथ ही 15 हजार रुपये किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की गहनता से जाँच की तो पता चला कि, देश के अन्य राज्यों में भी ऐसा वाकया पहले हो चुका है। इसके बाद पश्चिम बंगाल की विधाननगर पुलिस ने केरल में इसके लिए जाल बिछाया। अन्य राज्यों की पुलिस से मदद ली और आरोपी को पकड़ा गया।

बरामद सामान

आरोपी के पास से कई मोबाइल, लैपटॉप, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि बरामद हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि, यह आरोपी पिछले पाँच सालों से लगातार लोगों को ऐसे ही चूना लगाता रहा है। यह चोरी करने और क्रेडिट कार्ड से रुपये निकालकर या अन्य सामान खरीदकर पीड़ित को उसका कार्ड वापस भेज देता था। अजय मूल रूप से बेंगलुरु का रहने वाला था, जो पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया था। उसके पास से दर्जनों फर्जी आधार कार्ड, 80 से अधिक सिम कार्ड व कई डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए हैं।

ठगी का तरीका

हर वारदात से पहले वह नया मोबाइल और नया सिम लेता, फर्जी दस्तावेज़ के सहारे दूसरे नाम पर सिम लेता, फिर उससे नया ईमेल बनाता। होटल बुक करता और फिर वहाँ जाकर किसी से परिचय करके उसका मोबाइल, लैपटॉप, डेबिट कार्ड चोरी कर फरार हो जाता था। जाँच में यह बात भी सामने आई कि, आरोपी अजय कोई छोटा-मोटा चोर या साइबर ठग नहीं बल्कि हैकिंग में उसने महारत हासिल कर रखी थी। इसी 'कला' के बूते वह रईसों जैसी जिंदगी जी रहा था। उस पर 13-14 FIR दर्ज हैं। इसके बावजूद वह कई साल से सभी की आँखों में धूल झोंकने में लगा हुआ था।

पुलिस की जाँच में यह बात भी सामने आई कि, आरोपी ने पहले भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है, जिसे जाँच के लिए पुलिस उसके घर भी गई थी, लेकिन वहाँ पुलिस को पता चला कि, अब उसका उसके पिता से कोई संबंध नहीं है। जिसके बाद से यह अलग-अलग राज्यों में 2021 से ही भटकते हुए इन ठगी जैसी वारदातों को अंजाम देता था। फिलहाल, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे इस मामले में जाँच कर रही है। पुलिस को आशंका है कि, उसके साथ इस मामले में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं।

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