Kaun Banega Odisha Ka CM: ओडिशा का नया मुख्यमंत्री कौन? भाजपा विधायक दल की बैठक आज, सबकी निगाहें सुरेश पुजारी पर
Kaun Banega Odisha Ka CM:केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अब सभी की नजरें ओडिशा पर लगी हैं। ओडिशा में नया और बीजेपी का पहला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर दिलचस्पी बनी हुई है।
Kaun Banega Odisha Ka CM: केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण के बाद अब सभी की नजरें ओडिशा पर लगी हैं। ओडिशा में नया और बीजेपी का पहला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर दिलचस्पी बनी हुई है। ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक मंगलवार को होगी। पार्टी नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। संभावना है कि बुधवार को नए मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं।
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
बीजेपी ने 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 78 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है। ओडिशा के वरिष्ठ सांसद धर्मेंद्र प्रधान के केंद्र सरकार में मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद उनके राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनने की संभावना खत्म हो गई है। अब सबकी नजरें ब्रजराजनगर क्षेत्र से विधायक सुरेश पुजारी पर हैं, जो सोमवार को नई दिल्ली से लौटकर भुवनेश्वर पहुंचे हैं।
कौन-कौन है रेस में?
बीजेपी के ओडिशा प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर के अनुसार, पार्टी विधायक दल की बैठक मंगलवार को होगी और नई सरकार 12 जून को शपथ लेगी। नवनिर्वाचित विधायक सुरेश पुजारी ने सोमवार को नई दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि पर्यवेक्षकों राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में वरिष्ठ नेतागण विधायकों के साथ चर्चा करेंगे। पुजारी के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, के. वी. सिंह एवं मोहन माझी भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।
ओडिशा में मुख्यमंत्री पद के दावेदार:
- मोहन मांझी: आदिवासी हैं और बाकी दावेदारों में सबसे कम उम्र 53 साल के हैं।
- केवी सिंह देव: 67 वर्षीय सबसे वरिष्ठ 6 बार के विधायक, मंत्री रह चुके हैं।
- मनमोहन सामल: प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन खुद चुनाव हार गए हैं।
- सुरेश पुजारी: 64 साल के हैं। सांसद रह चुके हैं, इस बार विधायक बने हैं।
- सुरमा पढी: विधायक हैं और लंबे समय से पार्टी में सक्रिय हैं।
- पार्वती परीदा: विधायक हैं। संगठन में कार्य कर चुकी हैं।
महिला को मिल सकता है मौका
अगर पार्टी ने महिला कार्ड खेला, तो विधायक बनीं सुरमा पढी और पार्वती परीदा का भी नाम चर्चा में है। दोनों महिलाएं संगठन में कार्य कर चुकी हैं। एक वरिष्ठ नेता ने हालांकि हाल ही में कहा था कि भाजपा नेतृत्व लोगों को चकित कर सकता है, जैसा उसने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किया था। उन राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए ऐसे नामों की घोषणा की गई थी, जिनके बारे में राजनीतिक विशेषज्ञों ने अनुमान नहीं लगाया था। अभी पूरे देश में सिर्फ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी इकलौती महिला मुख्यमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री का रोड शो और शपथ ग्रहण
पार्टी ने 12 जून को शपथ ग्रहण समारोह से पहले राज्य की राजधानी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक रोड शो आयोजित करने का प्रस्ताव किया है। राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर भी भाजपा ने जीत हासिल की है।
ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया और शपथ ग्रहण समारोह ने राज्य और देश भर के लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी है। क्या भाजपा नेतृत्व एक बार फिर सभी को चकित करेगा या सुरेश पुजारी बनेंगे ओडिशा के नए मुख्यमंत्री? यह जानने के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।