बड़ी खबर: फिर टली 'माँ वैष्णो' देवी की यात्रा; हजारों भक्त हुए निराश..जानिये क्या रही मुख्य वजह?
पिछले दिनों हुई भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कटरा में मां वैष्णो देवी की यात्र को स्थगित कर दिया गया था...

कटरा। माता वैष्णो देवी के दर्शन की इच्छा लेकर आए भक्तों को एक बार फिर मायूस होना पड़ा है। 19 दिन के लंबे इंतजार के बाद, जब ये उम्मीद जगी थी कि, रविवार से यात्रा फिर से शुरू हो जाएगी, तब शनिवार देर शाम एक और झटका लगा। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अचानक एक नया आदेश जारी कर यात्रा को अगले नोटिस तक के लिए रोक दिया है। यह खबर सुनकर वे सभी भक्त हैरान और निराश हैं जो रविवार से यात्रा शुरू होने की खबर पाकर बड़ी संख्या में कटरा पहुंच गए थे।
यात्रा क्यों रोकी गई?
दरअसल, पिछले दिनों उत्तर भारत में हुई भारी बारिश और भूस्खलन ने पहाड़ों पर काफी तबाही मचाई थी। 26 अगस्त को, भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, माता के भवन तक जाने वाले रास्ते पर हुए भूस्खलन के कारण यात्रा रोक दी गई थी। तभी से श्राइन बोर्ड युद्धस्तर पर रास्ते की मरम्मत का काम कर रहा है।
हालांकि, बोर्ड का कहना है कि, रास्ता अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है और कुछ जगहों पर खतरा बना हुआ है। इसी वजह से भक्तों की जान को जोखिम में न डालते हुए, यात्रा को फिर से स्थगित करने का फैसला लिया गया है।
भक्तों और व्यापारियों की बढ़ी मुश्किलें
यात्रा के अचानक रुक जाने से सिर्फ भक्त ही परेशान नहीं हैं, बल्कि कटरा शहर में भी मायूसी छा गई है। यहां के होटल मालिक और दुकानदारों को भी भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। रविवार से यात्रा शुरू होने की उम्मीद में उन्होंने काफी तैयारी की थी, लेकिन अब उनका कारोबार ठप हो गया है।
जो भक्त लंबी दूरी तय करके यहां पहुंचे थे, उन्हें अब अनिश्चितकाल तक इंतजार करना होगा या वापस लौटना पड़ेगा। यह उनके लिए एक निराशाजनक स्थिति है। एक भक्त ने बताया, “हम पिछले कई दिनों से इंतजार कर रहे थे। सोचा था कि अब तो माता के दर्शन हो ही जाएंगे, लेकिन फिर से यात्रा रोक दी गई। दिल टूट गया है।”
कब तक शुरू होगी यात्रा?
फिलहाल, इस बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं दी गई है कि यात्रा कब फिर से शुरू होगी। श्राइन बोर्ड लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और जैसे ही रास्ता पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा, यात्रा को दोबारा शुरू करने का आदेश जारी किया जाएगा।
तब तक, भक्तों को धैर्य रखने की सलाह दी गई है। यह सच है कि इस मुश्किल घड़ी में उनका धैर्य ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। यह खबर उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो मौसम की मार के बावजूद अपनी आस्था को बनाए रखते हैं। आशा है कि जल्द ही रास्ता पूरी तरह से ठीक हो जाएगा और एक बार फिर से “जय माता दी” के जयकारों के साथ वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा शुरू हो पाएगी।
