Jyoti Malhotra Pakistan Link: ज्योति मल्होत्रा की 487 वीडियो ने खोला ISI का काला सच! NIA की पूछताछ में बड़ा खुलासा!
Jyoti Malhotra Pakistan Link: एक यूट्यूबर, 3.77 लाख फॉलोवर्स, 487 वीडियो, और एक ऐसा राज जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को हिलाकर रख दे! हरियाणा की ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जिनके 'Travel with Jo' चैनल ने लाखों दिलों को लुभाया, अब ISI की जासूसी की दुनिया की सबसे बड़ी किरदार बन चुकी हैं।

Jyoti Malhotra Pakistan Link: एक यूट्यूबर, 3.77 लाख फॉलोवर्स, 487 वीडियो, और एक ऐसा राज जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को हिलाकर रख दे! हरियाणा की ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जिनके 'Travel with Jo' चैनल ने लाखों दिलों को लुभाया, अब ISI की जासूसी की दुनिया की सबसे बड़ी किरदार बन चुकी है। ज्योति मल्होत्रा की एक वीडियो पहलगाम अटैक के बाद की है जिसमें उन्होंने भारत सरकार और सेना पर सवाल उठाए, इस वीडियो ने खुफिया एजेंसियों को हक्का-बक्का कर दिया। अब ज्योति की हर वीडियो में छिपा 'काला सच' खंगाला जा रहा है। यह कहानी सिर्फ एक सेल्फी या वीडियो की नहीं, बल्कि ISI के 'IT वार' की सनसनीखेज साजिश की है।
26 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए खौफनाक आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था। 26 पर्यटकों की मौत, दर्जनों घायल, और पूरा कश्मीर दहशत में। ठीक इसके बाद, ज्योति मल्होत्रा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो डाला, जो आग की तरह फैल गया। इस वीडियो में ज्योति ने न सिर्फ सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को कठघरे में खड़ा किया, बल्कि यह भी कहा, "कश्मीर में हर कोने पर सेना तैनात है, फिर भी यह हमला हुआ। इसके लिए सरकार, सेना, और हम सब जिम्मेदार हैं।" इतना ही नहीं, उन्होंने पर्यटकों को कश्मीर जाने की 'गलती' का जिम्मेदार ठहराया।
यह वीडियो कोई साधारण रील नहीं था यह ISI के 'मनोवैज्ञानिक युद्ध' का हथियार था। खुफिया एजेंसियों ने इसे देखते ही ज्योति को रडार पर लिया। संयोग से, उसी दौरान मोहाली में पकड़े गए एक पाकिस्तानी जासूस ने पूछताछ में ज्योति का नाम उगला। 17 मई 2025 को हिसार पुलिस ने ज्योति को उनके घर से धर दबोचा, और अब NIA की टीमें उनके 487 वीडियो में छिपे ISI के राज को उधेड़ रही हैं।
ISI का 'IT वार' ज्योति थी 'मोहरा'
NIA की जांच ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि ज्योति मल्होत्रा ISI के 'IT वार' का हिस्सा थी। यह युद्ध बंदूक या बारूद से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के जरिए लड़ा जा रहा था। इसका मकसद? भारत में सरकार और सेना के खिलाफ अविश्वास का जहर बोना, और पाकिस्तान की छवि को चमकाना था। ज्योति समेत 20 से ज्यादा भारतीय इन्फ्लुएंसर्स को ISI ने अपने जाल में फंसाया था। इनके वीडियो के टॉपिक्स और स्क्रिप्ट्स ISI के हैंडलर्स तय करते थे।
ज्योति के 487 वीडियो में कश्मीर के संवेदनशील इलाकों काजीगुंड, बनिहाल पास, और पीर पंजाल सुरंग की ड्रोन फुटेज थी। इनमें रेलवे जंक्शनों, हाईवे टोल पॉइंट्स, और S-400 डिफेंस सिस्टम के आसपास की गतिविधियां कैद थीं। खुफिया सूत्रों का कहना है कि यह जानकारी ISI को लीक की गई है, जो भारत की रक्षा तैयारियों के लिए बड़ा खतरा थी।
हनी ट्रैप और दानिश का जाल
NIA की पूछताछ में ज्योति ने चौंकाने वाले खुलासे किए। 2023 में उन्होंने पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से मुलाकात की। दानिश ने उनकी दो पाकिस्तान यात्राओं और बाली की एक 'रोमांटिक ट्रिप' को स्पॉन्सर किया था। व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट के जरिए ज्योति ने ऑपरेशन सिंदूर और काजीगुंड की सैन्य गतिविधियों की डिटेल्स दानिश को भेजीं। सूत्रों के मुताबिक, ISI ने ज्योति को 50 लाख रुपये से ज्यादा की फंडिंग दी।
