Jaunpur Hospital Viral Video: जिला अस्पताल में किन्नरों का तांडव! अर्धनग्न हालत में डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, दो डॉक्टर समेत 4 गंभीर...
Jaunpur Hospital Viral Video: जिला अस्पताल में किन्नरों का तांडव! अर्धनग्न हालत में डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, भद्दी-भद्दी गलियां भी दी, डॉक्टरों समेत 4 गंभीर...

Jaunpur Hospital Viral Video: जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल से किन्नरों के उत्पात का मामला सामने आ रहा है. शुक्रवार देर रात को करीब 12 से 15 संख्या में किन्नर अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा करने लगे. इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि किन्नरों ने अर्धनग्न होकर न सिर्फ इमरजेंसी वार्ड में मारपीट किए. जिसके बाद स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अस्पताल प्रबंधन को आपातकालीन सायरन बजाना पड़ा और पुरे परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. तो आइए जानते है क्या है पूरा मामला...
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे एक किन्नर समूह अपने एक घायल साथी के साथ जिला अस्पताल पहुंचा. बताया गया कि उक्त किन्नर का ख्वाजा टोला क्षेत्र में जमीनी विवाद चल रहा था. इस दौरान उसके भाई को चोटें आई थीं, जिसके इलाज के लिए वे इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. शुरुआत में स्टाफ इलाज के लिए तैयार था, लेकिन किन्नरों ने मेडिकल रिपोर्ट को लेकर मनमानी शुरू कर दी. इसी दौरान अन्य किन्नर भी अस्पताल पहुंच गए और इमरजेंसी वार्ड में कपड़े उतारकर उत्पात मचाने लगे. उन्होंने स्टाफ को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. कई मेडिकल कर्मी घायल हो गए. मरीज और उनके परिजन डर के मारे वार्ड छोड़कर भागने लगे. पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह मूकदर्शक बनी रही और स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकी. 45 मिनट तक अस्पताल परिसर में भय और आतंक का माहौल रहा. यहां देखिए वीडियो...
बता दें कि, सीएमएस डॉ. केके राय ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मेडिकल स्टाफ पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हुए चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो डॉक्टर कार्य बहिष्कार करेंगे. किन्नर समुदाय के प्रतिनिधियों ने शनिवार सुबह जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र से मुलाकात की. उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की, डीएम ने कहा कि किन्नर समुदाय के कई लोग घायल अवस्था में उनके पास पहुंचे. डीएम ने साफ कहा कि यह भी जांच की जाएगी कि किन्नर को चोटें कैसे आईं और उसका इलाज क्यों नहीं हुआ. डीएम ने मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी पक्ष को दोषी ठहराने से पहले तथ्यात्मक जानकारी जुटाई जाएगी. डीएम ने यह भी कहा कि किन्नर समुदाय समाज का अभिन्न हिस्सा है. उनके साथ मानवीय संवेदनाएं रखना जरूरी है.