Begin typing your search above and press return to search.

Pahalgam Attack - 23 April 2025: सैन्य वर्दी में आए आतंकियों ने मचाया कहर! 70 राउंड फायरिंग! 26 की मौत, जानिए पूरी वारदात की इनसाइड स्टोरी

Pahalgam Attack - 23 April 2025:जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत। आतंकियों ने बॉडीकैम से रेकी की, बैसरन को क्यों चुना? जानें पूरी कहानी।

Pahalgam Attack - 23 April 2025: सैन्य वर्दी में आए आतंकियों ने मचाया कहर! 70 राउंड फायरिंग! 26 की मौत, जानिए पूरी वारदात की इनसाइड स्टोरी
X
By Ragib Asim

Pahalgam Attack - 23 April 2025: जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में 23 अप्रैल 2025 को हुए एक दिल दहलाने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। आतंकियों ने घास के मैदान बैसरन को निशाना बनाया, जहां पर्यटक प्रकृति की गोद में सुकून की तलाश में पहुंचे थे। लेकिन, आतंकियों ने इस शांत वादी को खून से लाल कर दिया।

20-25 मिनट तक चली दहशत

प्रारंभिक जांच के अनुसार, चार आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया। उनके पास अमेरिका में बनी असॉल्ट राइफल और AK-47 जैसे घातक हथियार थे। शक है कि इनमें से दो आतंकी विदेशी थे। एक सूत्र ने बताया, "आतंकियों ने पहले पर्यटकों को बंदूक की नोक पर बंधक बनाया। फिर महिलाओं और बच्चों को अलग किया और पुरुषों से उनकी पहचान पूछी। इसके बाद नजदीक से गोलीबारी शुरू की, जो बाद में अंधाधुंध फायरिंग में बदल गई।" यह हमला करीब 20 से 25 मिनट तक चला। घटनास्थल से 50-70 कारतूस के खोखे बरामद हुए हैं, जो हमले की भयावहता को दर्शाते हैं।

बॉडीकैम से रेकी, पूरी साजिश थी सुनियोजित

जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आतंकियों ने हमले की पूरी वीडियोग्राफी की थी। इसके लिए उन्होंने बॉडीकैम का इस्तेमाल किया। जांच एजेंसियों का मानना है कि आतंकियों ने हमले से पहले बैसरन इलाके की गहन रेकी की थी। इसके लिए उन्होंने स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और मददगारों का सहारा लिया।

खुफिया सूत्रों ने लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद और दो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के आतंकियों को इस हमले का मास्टरमाइंड बताया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।

बैसरन को क्यों बनाया निशाना?

जांचकर्ताओं का कहना है कि आतंकियों ने बैसरन को सोची-समझी रणनीति के तहत चुना। पहलगाम से 6.5 किलोमीटर दूर बैसरन एक ऐसा इलाका है, जहां पहुंचने के लिए केवल पैदल या घोड़े का रास्ता है। इस इलाके में सुरक्षा बलों की मौजूदगी कम रहती है, जिसका फायदा आतंकियों ने उठाया। सूत्रों के मुताबिक, "बैसरन की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि हमले के बाद आतंकियों को भागने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। यही वजह है कि उन्होंने इस इलाके को चुना।"

खुफिया एजेंसियों को पहले मिला था अलर्ट

खुफिया एजेंसियों को कुछ दिन पहले ही एक इनपुट मिला था कि आतंकी समूह गैर-स्थानीय लोगों पर हमले की साजिश रच रहा है। इसमें IED हमले की भी आशंका जताई गई थी। हालांकि, अलर्ट में ज्यादा जानकारी नहीं थी, जिसके चलते इस हमले को रोक पाना मुश्किल हो गया। सूत्रों ने बताया कि आतंकी किश्तवाड़ से सीमा पार कर कोकरनाग के रास्ते बैसरन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय गुर्गों की मदद ली।

सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन शुरू

हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमें जंगलों और पहाड़ी इलाकों में छानबीन कर रही हैं।

देश में शोक की लहर

इस हमले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। पहलगाम, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर है, आज खून के आंसुओं से लथपथ है। यह हमला न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि पर्यटन पर भी गहरा असर डाल सकता है।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

Read MoreRead Less

Next Story