ISI Spy Network India: भारत में ISI जासूसी रैकेट का पर्दाफाश! यूट्यूबर से लेकर छात्र तक 11 गिरफ्तार, खुली पाकिस्तान की खतरनाक साजिश!
ISI Spy Network India: भारत की खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने संयुक्त अभियान में एक बड़े पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और ओडिशा की पुलिस ने पिछले 11 दिनों में 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक मशहूर यूट्यूबर, छात्र, फैक्ट्री गार्ड, व्यापारी और ऐप डेवलपर शामिल हैं।

ISI Spy Network India: भारत की खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने संयुक्त अभियान में एक बड़े पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और ओडिशा की पुलिस ने पिछले 11 दिनों में 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक मशहूर यूट्यूबर, छात्र, फैक्ट्री गार्ड, व्यापारी और ऐप डेवलपर शामिल हैं।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा: सैन्य जानकारी लीक का आरोप
हरियाणा के हिसार की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा, जो 'Travel with Jo' चैनल चलाती हैं, पर पाकिस्तान को गोपनीय सैन्य जानकारी देने का आरोप है। वह पाक उच्चायोग के अधिकारियों और ISI एजेंटों के संपर्क में रही हैं। पुलिस के अनुसार, वह पाकिस्तान की दो यात्राएं कर चुकी हैं और एक बार बाली में पाक एजेंटों से मिलीं।
व्यापारी शहजाद: सीमा पार तस्करी और ISI कनेक्शन
उत्तर प्रदेश के टांडा निवासी व्यापारी शहजाद को ISI के लिए तस्करी और लोगों की भर्ती करने के आरोप में STF ने पकड़ा। वह सौंदर्य उत्पादों की आड़ में पाक यात्रा करता था और सिम कार्ड व पैसा भेजता था।
छात्र दविंदर और सुरक्षा गार्ड नौमान इलाही
दविंदर सिंह ढिल्लों, पंजाब के पटियाला कॉलेज का छात्र, और नौमान इलाही, पानीपत का फैक्ट्री गार्ड, दोनों पर ISI को फोटोज़, लोकेशन और सेना की तैनाती से जुड़ी जानकारियाँ भेजने का आरोप है।
अरमान और हनीफ: पाक उच्चायोग से संपर्क
नूंह के अरमान और हनीफ पाक उच्चायोग के संपर्क में थे और भारतीय सेना की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। उनके फोन में पाकिस्तान भेजी गई जानकारी के सबूत मिले।
सुखप्रीत और करणबीर: ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी लीक
गुरदासपुर (पंजाब) के सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह पर ISI को ऑपरेशन सिंदूर और सेना की तैनाती की जानकारी देने का आरोप है। पुलिस ने उनके पास से जिंदा कारतूस और फोनों की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी हासिल की है।
गजाला और यामीन मोहम्मद: पैसों के लिए जासूसी
गजाला, एक विधवा महिला, और यामीन, एक ड्राइवर, ने पैसे के बदले ISI को जानकारी दी। उनके मोबाइल से पाकिस्तान भेजी गई सूचनाएं सामने आई हैं।
मुर्तजा अली: ऐप बनाकर जासूसी
जालंधर का ऐप डेवलपर मुर्तजा अली खुद की बनाई ऐप के जरिए जानकारी एकत्र कर ISI तक भेजता था। उसके पास से 4 मोबाइल और 3 सिम जब्त किए गए हैं।
जासूसी कैसे होती थी?
ISI हैंडलर WhatsApp, Telegram, और Snapchat जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए संपर्क करते थे। आरोपियों को हनीट्रैप, पैसों और विदेश यात्रा के झूठे वादों से फंसाया गया। कई को करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान भेजा गया।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी
यह नेटवर्क दिखाता है कि पाकिस्तान हर वर्ग यूट्यूबर, छात्र, व्यापारी को निशाना बनाकर भारतीय सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। मामले की जांच अब केंद्र की विशेष एजेंसियों को सौंपी गई है।