IPS सुसाइड मामले पर सियासत: 'आप' संयोजक केजरीवाल ने उठाये ये सवाल, तो कांग्रेस ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना, 15 पर FIR
HARYANA IPS SUICIDE CASE: हरियाणा के सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या का मामला अब राजनीति का विषय बन गया है, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस मामले को लेकर कई गंभीर सवाल उठाये है, साथ ही कार्रवाई न होने पर आंदोलन की खुली चेतावनी भी दी है।

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नई दिल्ली। हरियाणा के सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस का विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है, तो वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आईपीएस की आत्महत्या मामले को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे दलितों का उत्पीड़न होना बताया है। इसके अलावा अब इस मामले में 15 अफसरों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने सुसाइड नोट को ही आधार मानते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट में केस दर्ज किया है। सुसाइड नोट में जिनके नाम थे, उन्हें पूरे मामले में आरोपी बनाया गया है। आईपीएस ने अपने सुसाइड नोट में 15 IAS और IPS अफसरों को मौत का जिम्मेदार बताया है, इसके साथ ही उन्होंने अपने नोट में सीनियर अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
पत्नी ने सीएम को सौंपा शिकायत पत्र
आपको बता दें कि, हरियाणा के सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले को लेकर उनकी पत्नी ने बीते गुरुवार को सीएम को एक शिकायत पत्र सौंपा था। जिसमें उन्होंने इस मामले में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर और गिरफ्तारी की मांग की थी।
इसके अलावा उन्होंने कहा था कि, "यह सुसाइड नहीं मर्डर है।" उन्होंने कहा कि, "फाइनल नोट में सब कुछ साफ है, उसी आधार पर सभी के खिलाफ FIR, अरेस्ट व सस्पेंशन की कार्रवाई होनी चाहिए।" जिसके बाद कल यानी बीते गुरुवार को सीएम ने अपने आवास पर एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी, वहीं हरियाणा के DGP बदलने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। खबर है कि, सरकार इसे लेकर कभी भी ऑर्डर जारी कर सकती है।
केजरीवाल ने उठाए ये सवाल
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने इस मामले को दलितों का उत्पीड़न होना बताया और सोशल मीडिया 'एक्स' (X) अकाउंट पर लिखा कि, "हरियाणा के दलित IPS अफसर पूरण कुमार को अपनी जाति को लेकर इतना उत्पीड़न झेलना पड़ा कि उन्होंने आत्महत्या कर ली, दोषी लोगों को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।"
उन्होंने आगे लिखा कि, "देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका गया तो इनके ट्रोल सोशल मीडिया पर दलितों को बेइज्जत कर रहे हैं, बाबा साहब अंबेडकर तक को गाली दे रहे हैं, आज भारत को ये लोग कहां ले आए हैं?"
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
इधर, कांग्रेस ने इस मामले को लेकर हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, हरियाणा सरकार दलितों के नाम पर मगरमच्छ के आंसू बहा रही है, लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका ने इस पर कहा कि, "अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे देश का दलित एक बड़े आंदोलन में आगे बढ़ेगा।" उन्होंने इस मामले को लेकर सरकार को खुली चेतावनी दी है।
