IAS Pooja Khedkar Mother: ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की तमंचे वाली माँ! पिस्तौल दिखाकर किसानों को दी धमकी, देखें Video
IAS Pooja Khedkar Mother: महाराष्ट्र की विवादित ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की माँ और पिता के खिलाफ पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है.
IAS Pooja Khedkar Mother: महाराष्ट्र की विवादित ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर(IAS officer Pooja Khedkar) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. पूजा खेडकर के बाद अब उनकी मां भी फंस चुकी है. ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की माँ खिलाफ पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है. उनपर पिस्तौल लेकर धमकाने का आरोप है.
ट्रेनी आईएएस के माता - पिता के खिलाफ केस दर्ज
जानाकार के मुताबिक़, घटना पुणे के मुलशी तहसील के धाडवाली गांव की है. शुक्रवार,13 जुलाई की रात एक किसान ने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के मां मनोरमा खेडकर और पिता दिलीप खेडकर समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस ने सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504, 506 के तहत दर्ज की गई है. आर्म्स एक्ट के तहत भी आरोप लगाए गए हैं.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि मनोरमा खेडकर ने पिस्तौल दिखाकर धमकाया था. वो अपने बॉडीगार्ड के साथ आयी थी. इसकेबाद गाली गलौज करने लगी. मनोरमा खेडकर जबरदस्ती उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रही हैं. पुलिस केस दर्ज मामले की जांच में जुट गयी है.
हाथ में पिस्तौल लेकर दी थी धमकी
दरअसल, मामला एक साल पहले 2023 का बताया जा रहा है. जिसका वीडियो ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के विवाद के बाद सामने आया. वीडियो में पूजा खेडकर की माँ दबंद की तरह हाथ में पिस्तौल लेकर कुछ धमकाते हुए दिख रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जिसके बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया है.
क्यों विवादों में है आईएएस पूजा खेडकर
बता दें, पूजा खेडकर महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की IAS अधिकारी हैं. उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 841 हासिल की है। इनकी संपत्ति 22 करोड़ रुपये है. पूजा के पिता दिलीप राव खेडकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) में आयुक्त रह चुके हैं. दिलीप ने वंचित बहुजन आघाड़ी के टिकट पर 2024 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. पूजा की मां निर्वाचित सरपंच हैं. उनके नाना जगन्नाथराव बुधवंत भी IAS अधिकारी रह चुके हैं. पूजा खेडकर पर आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती. उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारी के कक्ष पर कब्जा कर लिया था. इसके अलावा आरोप है कि पूजा ने हलफनामा में दावा किया था कि वह मानसिक दिव्यांग हैं और उन्हें आंखों की परेशानी है.