मंत्री सिंहदेव की बहन पिछड़ीं: हिमाचल प्रदेश की डलहौजी सीट पर भाजपा से पीछे हुईं कांग्रेस की आशा कुमारी, सीएम पद की दावेदार हैं
डलहौजी सीट से छह बार की विधायक हैं आशाकुमारी। इस बार समीकरण बदला।
NPG ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश की डलहौजी सीट पर कांग्रेस की आशा कुमारी पिछड़ती जा रही हैं। वे भाजपा उम्मीदवार डीएस सिंह से करीब दस हजार वोट से पीछे हो गई हैं। आशा कुमारी छह बार की विधायक हैं। सोनिया गांधी की करीबी हैं। इस बार वे मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित दावेदारों में से एक हैं। बता दें कि आशा कुमारी छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की बहन हैं। सिंहदेव चुनाव प्रचार के लिए हिमाचल गए थे। वे चुनाव प्रचार के दौरान थिरकते नजर आए थे।
हिमाचल के चंबा जिले की बहुचर्चित डलहौजी सीट से आशा कुमारी 1985, 1993, 1998, 2003, 2012 और 2017 में विधायक रह चुकी हैं। यही वजह है कि इस बार उन्हें मुख्यमंत्री के संभावित दावेदारों में से एक माना जा रहा था, लेकिन जो रुझान आ रहे हैं, वे निराशाजनक हैं। दरअसल, इस बार पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के करीबी हर्ष महाजन ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इस कारण आशा कुमारी के लिए परिस्थितियां बदल गईं।
2017 में डीएस ठाकुर 556 मतों से हारे थे, लेकिन इस बार वे जीत की ओर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। महाजन के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें मिली समर्थन से ठाकुर मजबूत होते दिख रहे हैं। हर्ष महाजन पूर्व कांग्रेस नेता देसराज महाजन के पुत्र हैं। महाजन दो बार विधानसभा अध्यक्ष रहे और तीन बार डलहौजी सीट से विजयी हुए थे। बता दें कि डलहौजी में ग्रामीण मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। इनकी संख्या करीब 89.78 प्रतिशत है।