Begin typing your search above and press return to search.

HDFC Bank: 10 अगस्त को 3 घंटे के लिए बंद रहेगी UPI सर्विस, जानिए क्या होगा असर

HDFC Bank: HDFC बैंक की UPI सर्विस शनिवार, 10 अगस्त 2024 को अस्थायी रूप से बंद रहेगी। बैंक ने यह कदम जरूरी सिस्टम मेंटेनेंस के कारण उठाया है। बैंक ने अपने ग्राहकों को इस शेड्यूल्ड डाउनटाइम के बारे में ईमेल के माध्यम से जानकारी दी है।

HDFC Bank: 10 अगस्त को 3 घंटे के लिए बंद रहेगी UPI सर्विस, जानिए क्या होगा असर
X
By Ragib Asim

HDFC Bank: HDFC बैंक की UPI सर्विस शनिवार, 10 अगस्त 2024 को अस्थायी रूप से बंद रहेगी। बैंक ने यह कदम जरूरी सिस्टम मेंटेनेंस के कारण उठाया है। बैंक ने अपने ग्राहकों को इस शेड्यूल्ड डाउनटाइम के बारे में ईमेल के माध्यम से जानकारी दी है।

कब बंद रहेगी UPI सर्विस?

HDFC बैंक के ईमेल के अनुसार, 10 अगस्त 2024 को सुबह 2:30 बजे से 5:30 बजे तक UPI सर्विस उपलब्ध नहीं होगी। यानी, HDFC बैंक की UPI सर्विस पूरे तीन घंटे के लिए बंद रहेगी। इस दौरान बैंक के ग्राहक UPI के जरिए कोई भी लेन-देन नहीं कर पाएंगे।

इन सेवाओं पर पड़ेगा असर

10 अगस्त को HDFC बैंक के करंट और सेविंग्स अकाउंट (CASA) धारकों को फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। HDFC बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप, Google Pay, WhatsApp Pay, PayTM, Shriram Finance, और Mobikwik के माध्यम से HDFC बैंक अकाउंट से जुड़े सभी लेन-देन नहीं हो सकेंगे।

UPI की लिमिट क्या है?

HDFC बैंक के मुताबिक, P2P (पर्सन टू पर्सन) लेन-देन की सीमा 1 लाख रुपये या 20 लेन-देन प्रति 24 घंटे है।

UPI क्या है?

UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) एक फंड ट्रांसफर सर्विस है, जो ग्राहकों को एक यूनीक UPI आईडी का इस्तेमाल करके पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा देता है। HDFC बैंक और अन्य भागीदारी बैंक के ग्राहक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे इस समय के दौरान UPI के जरिए लेन-देन करने से बचें और आवश्यक भुगतान पहले ही निपटा लें।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

Read MoreRead Less

Next Story