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IPS Y Puran Kumar Suicide Mystery: IAS पत्नी ने पोस्टमॉर्टम से किया इनकार, 8 पन्नों के सुसाइड नोट में 30 अफसरों के नाम, पढ़िए इनसाइड स्टोरी
Haryana IPS Suicide Mystery: हरियाणा में बड़ा प्रशासनिक भूचाल, IG वाई पूरन कुमार की सुसाइड ने खोला सिस्टम का अंधेरा, IAS पत्नी बोलीं जिनके नाम हैं, कार्रवाई कराऊंगी

Haryana IPS Y Puran Kumar Suicide Mystery: हरियाणा पुलिस के सीनियर अधिकारी आईजी (IG) वाई पूरन कुमार की संदिग्ध आत्महत्या (Suicide) ने हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी को हिला कर रख दिया है। बुधवार (8 अक्टूबर) को उनका पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका क्योंकि उनकी पत्नी और आईएएस IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने इसकी अनुमति नहीं दी।
अब उम्मीद है कि गुरुवार 9 अक्टूबर को उनकी बड़ी बेटी के अमेरिका से लौटने के बाद पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस बीच वाई पूरन कुमार के 8 पन्नों के सुसाइड नोट (Suicide Note) ने सिस्टम के अंदर के जातिवाद (Caste Bias) और पोस्टिंग पॉलिटिक्स (Posting Politics) को बेनकाब कर दिया है।
AS पत्नी अमनीत का सख्त बयान: जिनके नाम हैं, वे बच नहीं पाएंगे
वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार बुधवार सुबह ही जापान से लौटीं है, वह मुख्यमंत्री नायब सैनी (CM Nayab Saini) के साथ ऑफिशियल टूर पर थीं। चंडीगढ़ पहुंचने के बाद वे सबसे पहले सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पहुंचीं। यहां उनसे हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी (Chief Secretary Anurag Rastogi) सहित कई वरिष्ठ IAS और IPS अधिकारियों ने मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में IAS अमनीत बेहद एग्रेसिव नजर आई। जब अफसरों ने कहा कि उन्हें किसी विवाद की जानकारी नहीं थी, अमनीत ने दोटूक जवाब दिया सुसाइड नोट में जिनके नाम हैं, मैं उनके खिलाफ कार्रवाई कराऊंगी।
पोस्टमॉर्टम टला, अब CBI जांच की मांग संभव
वाई पूरन कुमार की पत्नी ने पोस्टमॉर्टम फिलहाल रोक दिया है। कयास लगाए जा रहे है कि परिवार CBI जांच (CBI Inquiry) की मांग कर सकता है, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके। इस बीच, वाई पूरन कुमार का शव चंडीगढ़ सेक्टर-16 के सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है।
IPS वाई पूरन कुमार ने छोड़ा 8 पन्नों का सुसाइड नोट और वसीयत
पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर की रात को आत्महत्या करने से पहले एक 8 पेज का अंग्रेजी सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने करीब 30 से 35 IPS अफसरों और कुछ IAS अधिकारियों के नाम दर्ज किए हैं। नोट में उन्होंने लिखा कि उन्हें जातिवाद (Casteism) के कारण परेशान किया गया, पोस्टिंग और ACR (Annual Confidential Report) में भेदभाव हुआ, सरकारी आवास और केस ट्रांसफर में भी अन्याय किया गया।
उन्होंने एक DGP रैंक अधिकारी पर जानबूझकर नोटिस भेजकर परेशान करने का आरोप भी लगाया। वाई पूरन कुमार ने एक वसीयत भी छोड़ी है, जिस पर 6 अक्टूबर की तारीख दर्ज है, जिसमें उन्होंने अपनी सारी संपत्ति पत्नी अमनीत पी. कुमार के नाम की है।
दो अधिकारियों पर सीधे आरोप
सूत्रों के मुताबिक, सुसाइड नोट में दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सीधे जिम्मेदार ठहराया गया है एक स्टेट रैंक (State Rank) और दूसरा SP रैंक (Superintendent Rank) अधिकारी।यह विवाद उस गनमैन रिश्वत केस से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें रोहतक के एक शराब ठेकेदार (Liquor Contractor) ने शिकायत दी थी कि गनमैन उनसे हर महीने 2 से 2.5 लाख रुपये मांगता था।
उस केस में गनमैन ने पूछताछ के दौरान IG पूरन कुमार का नाम लिया था, जिसके बाद उन्हें रोहतक रेंज से हटाकर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, सुनारिया में भेज दिया गया जिसे पुलिस विभाग में पनिशमेंट पोस्टिंग (Punishment Posting) कहा जाता है।
पूरन कुमार सम्मान से अपमान तक
पूरन कुमार हरियाणा पुलिस के एक ईमानदार और साफ छवि वाले अधिकारी माने जाते थे। उन्होंने कई अहम आपराधिक जांचों में भूमिका निभाई थी, लेकिन पिछले दो सालों में उनके खिलाफ अनुशासनात्मक नोटिस, तबादले और आरोपों की झड़ी ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया था। उनकी पत्नी अमनीत ने इशारा दिया है कि यह सुसाइड नहीं, साजिश भी हो सकती है।
पूरन कुमार ने यह नोट अपनी पत्नी और दो अधिकारियों को भेजा था। हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस ने अब तक आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया कि किन-किन नामों का जिक्र किया गया है।SSP कंवरदीप कौर (Chandigarh SSP Kanwardeep Kaur) ने कहा कि सुसाइड नोट की जांच जारी है, फिलहाल किसी नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता।
गनमैन पर FIR कराने वाले कारोबारी का वीडियो
इस केस में एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें शिकायतकर्ता कारोबारी ने कहा गनमैन सुशील कुमार ऑफिस में धमकाता था, रिश्वत मांगता था और मुझ पर मेंटल प्रेशर डालता था। मजबूर होकर मैंने शिकायत की।
पूरन कुमार का मामला हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी में छिपे जातिवाद (Caste Bias), पोस्टिंग पॉलिटिक्स (Posting Politics) और मानसिक दबाव (Mental Stress) की असली तस्वीर उजागर करता है। यह सिर्फ एक अधिकारी की मौत नहीं बल्कि उस सिस्टम की टूटी हुई आत्मा का प्रतीक है, जहां ईमानदारी कभी-कभी सबसे बड़ा अपराध बन जाती है।
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