Gyanesh Kumar: राम मंदिर से लेकर आर्टिकल 370 तक! जानें कौन हैं नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, जिनका राजनीतिक सफर है चर्चा में!
Gyanesh Kumar: ज्ञानेश कुमार को देश का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। आईएएस ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) हैं। वह राजीव कुमार की जगह लेंगे।

Gyanesh Kumar: ज्ञानेश कुमार को देश का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। आईएएस ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) हैं। वह राजीव कुमार की जगह लेंगे। ज्ञानेश कुमार भारत के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त बने हैं और इनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा। इससे पहले ज्ञानेश चुनाव आयुक्त थे। यह नियुक्ति प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति की बैठक के कुछ घंटे बाद की गई। आईएएस ज्ञानेश कुमार के कार्यकाल के दौरान इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी संभालेंगे। आइए जानते हैं कौन है नए CEC ज्ञानेश कुमार
पैनल में कौन-कौन था शामिल
सीईसी की नियुक्ति के लिए एक तीन सदस्यीय पैनल बना था। इस पैनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल थे। राहुल गांधी ने इस प्रक्रिया को तब तक रोकने की मांग की जब तक सुप्रीम कोर्ट नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला नहीं सुनाता।
1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अफसर ज्ञानेश कुमार केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव रह चुके हैं। मई 2022 से वह अमित शाह के नेतृत्व वाले गृह मंत्रालय में सचिव के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने गृह मंत्रालय में पांच साल बिताए, जहां पहले वह मई 2016 से सितंबर 2018 तक संयुक्त सचिव रहे और फिर सितंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक अतिरिक्त सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं। आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने सहकारिता, संसदीय कार्य और रक्षा जैसे कई मंत्रालयों में सचिव के रूप में भी काम किया है।
अनुच्छेद 370 से है ये नाता
61 साल के ज्ञानेश कुमार अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने वाले विधेयक के मसौदे में शामिल थे। उस समय वे गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थे और कश्मीर विभाग का नेतृत्व कर रहे थे। इसके साथ ही, उन्होंने तीन तलाक को समाप्त करने के लिए बनाई गई समिति में भी अहम भूमिका निभाई। जब यह विधेयक संसद में पेश किया गया, तब वे नियमित रूप से अमित शाह के साथ संसद जाते थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य भी रहे, जिसमें पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा चेयरमैन थे। केंद्र सरकार ने उन्हें श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया था और वह राम मंदिर में भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप मूर्ति के चयन के निर्णायक मंडल में भी शामिल थे।
कौन है आईएएस अफसर ज्ञानेश कुमार
ज्ञानेश कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा में 27 जनवरी 1964 को हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई वाराणसी और लखनऊ से की थी। इसके बाद उन्होंने कानपुर के भारतीय इंजीनियरिंग संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में बी-टेक की डिग्री प्राप्त की है और इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस की पढ़ाई भी की है। इसके अलावा, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एनवायरमेंटल इकोनॉमिक्स में भी पोस्ट ग्रेजुएशन किया।