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Gurugram Pati Patni Hadsa: पत्नी ने मजाक में किया ये काम, गवानी पड़ी जान, जाने क्या है पूरा मामला

Gurugram Pati Patni Hadsa: गुरुग्राम के डीएलएफ फेस-3 इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक साधारण सा मजाक एक महिला की जान ले गया. छत की दीवार पर बैठकर पति से हंसी-मजाक करती पार्वती अचानक संतुलन खो बैठीं और चौथी मंजिल से नीचे गिर गईं. पति ने बचाने की भरसक कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे.

पत्नी ने मजाक में किया ये काम, गवानी पड़ी जान, जाने क्या है पूरा मामला
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By Anjali Vaishnav

Gurugram Pati Patni Hadsa: गुरुग्राम के पॉश इलाके डीएलएफ फेस-3 में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने एक परिवार को हमेशा के लिए तोड़ दिया. 22 साल की महिला पार्वती अपने पति के साथ छत पर बैठकर हंसी-मजाक कर रही थीं. लेकिन एक मामूली सा मजाक कुछ ही सेकंड में मौत की वजह बन गया. यह घटना बता गई कि कभी-कभी लापरवाही और मस्ती के बीच की रेखा बेहद पतली होती है.

मजाक में किया सवाल, और गिर पड़ी जिंदगी

पार्वती ने छत की दिवार पर बैठते हुए पति से हल्के अंदाज में पूछा, "अगर मैं गिरी तो क्या तुम बचा लोगे?" यह मजाक शायद बातचीत का हिस्सा था, लेकिन इस बार परिणाम अलग था. दीवार पर बैठे-बैठे उनका संतुलन बिगड़ा और वे गिरने लगीं.

पति की कोशिशें नाकाम, आंखों के सामने हुई मौत

पति दुर्योधन ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और पार्वती का हाथ पकड़ने की कोशिश की. कुछ देर तक उन्होंने पत्नी को संभाले रखा और मदद के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन कोई आसपास मौजूद नहीं था. कुछ मिनटों बाद हाथ छूट गया और पार्वती चौथी मंजिल से नीचे जा गिरीं.

अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन बचाया न जा सका

घटना के बाद दुर्योधन पत्नी को पास के निजी अस्पताल लेकर भागे. डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण पार्वती को बचाया नहीं जा सका. इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई.

बेहतर भविष्य की तलाश में ओड़िशा से आए थे

मूल रूप से ओड़िशा के गंजम जिले के रहने वाले दुर्योधन और पार्वती शादी के बाद 2023 में गुरुग्राम आए थे. दुर्योधन एक निजी कंपनी में सोशल मीडिया कंटेंट मॉडरेटर के तौर पर काम करते हैं, जबकि पार्वती कॉल सेंटर में एग्जीक्यूटिव थीं. दोनों एक सामान्य, खुशहाल जीवन जी रहे थे, लेकिन एक क्षण ने सब बदल दिया.

पुलिस ने माना हादसा

पुलिस जांच अधिकारी रजत राव के अनुसार, यह एक दुखद हादसा है जिसमें किसी की कोई लापरवाही या साजिश नहीं पाई गई. पार्वती के परिवार की ओर से भी किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है. दुर्योधन के हाथ और छाती पर खरोंच के निशान पाए गए हैं, जिससे साबित होता है कि उन्होंने पार्वती को बचाने की हरसंभव कोशिश की.

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