Gujarat child sexual abuse : रौंगटे खड़े कर देने वाली हैवानियत : 6 साल की मासूम के साथ भयानक दरिंदगी; गुप्तांग में रॉड डालकर किया लहूलुहान, बच्ची की हालत नाजुक
गुजरात के राजकोट जिले के अटकोट से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है और एक बार फिर समाज में महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।

Gujarat child sexual abuse : रौंगटे खड़े कर देने वाली हैवानियत : 6 साल की मासूम के साथ भयानक दरिंदगी; गुप्तांग में रॉड डालकर किया लहूलुहान, बच्ची की हालत नाजुक
Gujarat child sexual abuse : गुजरात | गुजरात के राजकोट जिले के अटकोट से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है और एक बार फिर समाज में महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। यहाँ एक 6 साल की बच्ची के साथ अमानवीय क्रूरता की गई है, जहाँ बलात्कार में नाकाम रहने पर दरिंदे ने उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड डाल दी।
Gujarat child sexual abuse : यह वीभत्स घटना 4 दिसंबर को अटकोट पुलिस स्टेशन क्षेत्र के तहत एक गाँव के खेत में हुई, जहाँ दाहोद जिले का एक मज़दूर परिवार काम कर रहा था। परिवार की मासूम बेटी, जिसकी उम्र महज़ 6 साल 8 महीने थी, अपने माता-पिता के पास ही खेल रही थी। इसी दौरान, एक अज्ञात व्यक्ति ने बच्ची को अगवा कर लिया और एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ हैवानियत करने का प्रयास किया।
Gujarat child sexual abuse : पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने बच्ची का मुँह दबाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जब बच्ची दर्द और डर के मारे चीखी, तो इस 30 वर्षीय दरिंदे ने अपनी असफलता और क्रोध को छुपाने के लिए क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। उसने एक रॉड जैसा धारदार हथियार बच्ची के गुप्तांग में डाल दिया। इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने के बाद, वह लहूलुहान और गंभीर रूप से घायल बच्ची को वहीं छोड़कर फरार हो गया।
जब बच्ची के माता-पिता ने उसे आस-पास ढूँढना शुरू किया, तो वह उन्हें पास में ही खून से लथपथ और गंभीर हालत में मिली। बच्ची की नाजुक स्थिति को देखते हुए, परिजन उसे तुरंत राजकोट के एक अस्पताल लेकर गए, जहाँ उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही, गुजरात पुलिस ने त्वरित और दृढ़ कार्रवाई की। राजकोट ग्रामीण एसपी विजयसिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में, पुलिस ने पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज किया और आरोपियों की धरपकड़ के लिए तत्काल 10 विशेष टीमें गठित कीं। पुलिस ने इस घिनौने अपराध के संदिग्धों की तलाश में गहन जाँच शुरू की और करीब 100 संदिग्धों से गहन पूछताछ की।
इस व्यापक जाँच के परिणामस्वरूप, पुलिस ने मुख्य आरोपी 30 वर्षीय रामसिंह तेरसिंह को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रामसिंह तेरसिंह मध्य प्रदेश के अलीराजपुर का निवासी है और अटकोट में राजमिस्त्री का काम करता था। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी रामसिंह स्वयं एक बेटी और दो बेटों का पिता है। उसे घटना वाले खेत के ठीक बगल वाले खेत से पकड़ा गया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने समाज में बढ़ते आक्रोश को कुछ हद तक शांत करने का प्रयास किया है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर देश की सामूहिक चेतना को झकझोर कर रख दिया है।
यह केवल एक कानूनी मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की नैतिक गिरावट का संकेत है, जहाँ मासूम बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। इस बच्ची के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ ही, यह आवश्यक है कि इस तरह के अपराधों के लिए न्याय व्यवस्था द्वारा कठोरतम दंड सुनिश्चित किया जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी दरिंदगी करने की हिम्मत न कर सके।
