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'अबकी बार मोदी सरकार'..जैसे मशहूर विज्ञापनों के रचयिता पीयूष पांडे का निधन; इतने वर्ष की उम्र में ली आखिरी सांस, विज्ञापन इंडस्ट्री में शोक

अबकी बार मोदी सरकार..जैसे मशहूर विज्ञापनों के रचयिता पीयूष पांडे का निधन; इतने वर्ष की उम्र में ली आखिरी सांस, विज्ञापन इंडस्ट्री में शोक
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AD GURU PIYUSH PANDEY

By Ashish Kumar Goswami

मुंबई। भारतीय विज्ञापन इंडस्ट्री के एड गुरु कहे जाने वाले पद्मश्री विजेता पीयूष पांडे का आज 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 'अबकी बार मोदी सरकार', 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' गाना और 'ठंडा मतलब कोका कोला' जैसे मशहूर विज्ञापन लिखे थे। उनके निधन से पूरे विज्ञापन इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

आपको बता दें कि, वह भारतीय विज्ञापन जगत को एक नई आवाज और दिशा देने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। पीयूष पांडे ने ओगिल्वी इंडिया में चार दशक से ज्यादा का समय बिताया। पीयूष पांडे का जन्म 1955 में जयपुर, राजस्थान में हुआ था। 1982 में वह ओगिल्वी में शामिल हुए। 27 साल की उम्र में, उन्होंने अंग्रेजी-प्रधान विज्ञापन जगत में कदम रखा और उसे हमेशा के लिए बदल दिया।

इन विज्ञापनों से मिली पहचान

एशियन पेंट्स ("हर खुशी में रंग लाए"), कैडबरी ("कुछ खास है"), फेविकोल और हच जैसे ब्रांडों में आवाज देकर विज्ञापनों की दुनिया में एक अलग मिसाल पेश की। अपने अभियानों के जरिए, पीयूष पांडे ने हिंदी और बोलचाल के भारतीय मुहावरों को मुख्यधारा के विज्ञापनों में शामिल किया। उनके 'अबकी बार मोदी सरकार' और 'ठंडा मतलब कोका कोला' जैसे एड कैंपेन भी काफी मशहूर हुए। पल्स पोलियो का 'दो बूंदें जिंदगी की' के विज्ञापन को भी पीयूष पांडे ने बनाया, जो आज भी लोगों की जुबान पर है।

पीयूष ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया था कि, "अबकी बार मोदी सरकार" कैंपेन को 50 दिन में डिजाइन किया गया था। इस कैंपेन के पीछे काफी रिसर्च की गई थी। मोदी की इमेज और फेस को फोकस में रखा था। यह लाइन नॉर्मल बात करने की भाषा में लिखी गई थी, जिससे लोग आसानी से कनेक्ट कर सकें। उन्होंने बताया था कि उनकी टीम ने 50 दिन में 200 से ज्यादा टीवी कमर्शियल, 100 से ज्यादा रेडियो ऐड और हर रात 100 से ज्यादा प्रिंट ऐड निकाले। हर दिन उनके साथ बीजेपी के नेता बैठकर ऐड अप्रूव कराते थे और कैंपेन में भी हिस्सा लेते थे।

पद्मश्री से किया गया था सम्मानित

फिलहाल, पीयूष पांडे की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह गंभीर संक्रमण से जूझ रहे थे। अंतिम संस्कार आज मुंबई में किया जाएगा। पीयूष पांडे को साल 2016 में भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, 2024 में उन्हें LIA लीजेंड अवॉर्ड भी मिला।

इन्होंने जताया शोक

उनके निधन की सूचना पर एक्टर व लेखक सुहेल सेठ ने पीयूष पांडे के निधन को लेकर शोक जताया है। उन्होंने लिखा है, 'मेरे सबसे प्यारे दोस्त पीयूष पांडे जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति के निधन से मैं बेहद दुखी और स्तब्ध हूं। भारत ने एक महान विज्ञापन जगत की हस्ती नहीं, बल्कि एक सच्चे देशभक्त और एक बेहतरीन सज्जन को खोया है। अब जन्नत में भी गूंजेगा 'मिले सुर मेरा तुम्हारा।'

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