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Karnataka Politics : लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन के डर से कर्नाटक में चलाया जा रहा 'ऑपरेशन हस्त' : बोम्मई

Karnataka Politics : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विफलता के डर से कांग्रेस 'ऑपरेशन हस्त' चला रही है....

Karnataka Politics : लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन के डर से कर्नाटक में चलाया जा रहा ऑपरेशन हस्त : बोम्मई
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Bommai

By Manish Dubey

Karnataka Politics : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विफलता के डर से कांग्रेस 'ऑपरेशन हस्त' चला रही है।

पूर्व सीएम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''इस सिलसिले में आए सर्वे से इस बात की पुष्टि हो गई है कि कांग्रेस को कम सीटें मिलेंगी। अगर ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर कर्नाटक की राज्य सरकार पर पड़ेगा।''

कांग्रेस सरकार अन्य दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने और अधिक सीटें जीतने की साजिश कर रही है। कांग्रेस अपनी कोशिश में सफल नहीं होगी। कांग्रेस के 'ऑपरेशन हस्त' के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा, ''सीएम सिद्धारमैया की सरकार आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भयभीत है।''

बोम्मई ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार उन पत्रकारों को नोटिस जारी कर रही है जो भ्रष्टाचार और अन्य अवैधताओं के बारे में रिपोर्टिंग कर रहे हैं और प्रेस की स्वतंत्रता और बोलने की स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रहे हैं। सरकार तानाशाही कर रही है।

बता दें कर्नाटक कांग्रेस पार्टी ने राज्य में विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं का स्वागत करना शुरू कर दिया है। जेडीएस के वरिष्ठ नेता अयानूर मंजूनाथ और एसपी नागराजेगौड़ा ने भाजपा विधायक बीवाई विजेंद्र के खिलाफ स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और विधानसभा चुनाव में दूसरा स्थान हासिल किया।

वह बेंगलुरु में पार्टी मुख्यालय में डिप्टी सीएम और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं।

शिवकुमार ने कहा कि उन्हें खुशी है कि ज्यादातर नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल इंजीनियरिंग की कमी के कारण पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। लोकसभा चुनाव के दौरान गलतियां सुधार ली जाएंगी।

शिवकुमार ने यह भी कहा कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कांग्रेस लगभग 15 प्रमुख नेताओं को अपने साथ लाने का प्रयास कर रही है, जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा और जद (एस) के नेता भी शामिल हैं।

विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस राज्य में लोकसभा चुनाव में 20 से ज्यादा सीटें जीतना चाहती है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस केवल एक सीट जीतने में सफल रही थी।

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