Former CJI DY Chandrachud: पूर्व CJI चंद्रचूड़ ने 'वन-पार्टी स्टेट' के आरोपों को खारिज किया, कहा- 'भारत की न्यायपालिका स्वतंत्र और निष्पक्ष है
Former CJI DY Chandrachud: पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने 'वन-पार्टी स्टेट' के आरोपों को खारिज करते हुए भारत की न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर जोर दिया। 2024 चुनाव में क्षेत्रीय दलों की सफलता को भी रेखांकित किया।

Former CJI DY Chandrachud: भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने BBC के साथ एक इंटरव्यू में 'वन-पार्टी स्टेट' के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की न्यायपालिका पूरी तरह से स्वतंत्र है और सरकार से किसी भी तरह के दबाव से मुक्त है।
NYT के संपादकीय का जवाब
न्यूयॉर्क टाइम्स के एक संपादकीय में दावा किया गया था कि भारत एक 'वन-पार्टी स्टेट' बनता जा रहा है, जहां सत्तारूढ़ दल न्यायपालिका को प्रभावित कर रहा है। चंद्रचूड़ ने इसे "पूरी तरह से गलत" बताया और 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणामों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों ने कई राज्यों में शानदार प्रदर्शन किया है, जो भारत की लोकतांत्रिक विविधता को दर्शाता है।
न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर जोर
चंद्रचूड़ ने कहा कि भारतीय न्यायपालिका ने हमेशा व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा की है। उन्होंने राहुल गांधी के मानहानि मामले का उदाहरण दिया, जहां सुप्रीम कोर्ट ने फैसले पर रोक लगाकर उन्हें संसद में वापसी की अनुमति दी। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा में सबसे आगे रहा है।"
प्रधानमंत्री मोदी के घर आने पर विवाद
गणेश चतुर्थी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंद्रचूड़ के घर आने पर विपक्षी नेताओं ने आलोचना की थी। पूर्व CJI ने इसे "शिष्टाचार का मामला" बताया और कहा कि ऐसे मामलों का अति-विश्लेषण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "संवैधानिक पदाधिकारियों के बीच शिष्टाचार का फैसलों पर कोई असर नहीं पड़ता।"
न्यायपालिका की भूमिका
चंद्रचूड़ ने स्पष्ट किया कि न्यायपालिका का काम "संसद में विपक्ष की तरह काम करना नहीं है।" उन्होंने कहा, "हमारा कर्तव्य मामलों का निष्पक्ष फैसला करना और कानून का शासन कायम रखना है।"