Mp Assembly Election : जीतने वाले को उम्मीदवार बनाएगी कांग्रेस - कमलनाथ
Mp Assembly Election : कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस जिताऊ व्यक्ति को उम्मीदवार बनाएगी...
Mp Assembly Election : कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस जिताऊ व्यक्ति को उम्मीदवार बनाएगी। मुरैना जिले के अंबाह पहुंचे कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, राज्य की पहचान ही भ्रष्टाचार से बन रही है, पचास प्रतिशत तक कमीशन लिया जा रहा है।
कमलनाथ से जब राज्य के चुनाव में उम्मीदवार को लेकर चल रही कवायद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिताऊ व्यक्ति को उम्मीदवार बनाएगी, सर्वे कराए जा रहे हैं, हर रोज दो हजार लोग तक उनसे मुलाकात करते हैं। इन लोगों से भी उम्मीदवार के संबंध में जानकारी मिलती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा पर कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री 10 साल से घोषणा कर रहे हैं पर जब-जब चुनाव आते हैं पांढुर्णा और छिंदवाड़ा की जनता इनको नकारती है। प्रदेश और छिंदवाड़ा की जनता इनकी बातों और वादों की असलियत भली-भांति पहचानती है।
उन्होंने कहा कि मुझे आज घोटाले की लिस्ट नहीं पढ़नी है क्योंकि घोटाले की लिस्ट अब बहुत लंबी हो चुकी है, परंतु दुख की बात है कि आज मध्य प्रदेश की पहचान देश भर में घोटाला और भ्रष्टाचार से बन गई है। भाजपा के शासनकाल में प्रदेश की तस्वीर आज हम सबके सामने है। इनके साढे़ 18 वर्षों के कार्यकाल में हर वर्ग परेशान है। हमारा किसान, हमारा छोटा व्यापारी, हमारा बेरोजगार नौजवान।
उन्होंने आगे कहा कि चौपट सरकार ने मध्य प्रदेश को चौपट प्रदेश बनाकर रख दिया है। जहां चौपट कृषि व्यवस्था, चौपट कानून व्यवस्था के चौपट शिक्षा व्यवस्था है।
भाजपा की जन दर्शन यात्रा पर उन्होंने कहा कि जनदर्शन यात्रा निकल रही है। यह जन दर्शन यात्रा नहीं ‘जनदर्शन सौदा‘ यात्रा है, जो सरकार सौदे की राजनीति से बनी है, उनके दिल में, उनके नजरिए में, उनकी कार्यशैली में, सिर्फ सौदा ही है। बिकाऊ लोगों ने सरकार बनाने के लिए स्वयं का सौदा किया। जनमत का अपमान करके जनता के साथ कुठाराघात किया है।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर कहा कि शिवराज झूठी घोषणाएं करते हैं कि एक लाख नौजवानों को रोजगार देंगे। मैं तो कहता हूं पहले शासन में रिक्त पड़े हुए पदों पर भर्ती तो कर लीजिए। आए दिन भर्ती घोटाले सामने आते हैं। प्रदेश में ‘पैसा दो और भर्ती लो‘ की नीति चल रही है।