ED Raid Raipur to Mumbai : महाघोटाले पर ED का बड़ा प्रहार : 2434 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में रायपुर से मुंबई तक हड़कंप, रसूखदारों के 30 से ज्यादा ठिकानों पर रेड
ED Raid Raipur to Mumbai : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज शुक्रवार को एक साथ देशभर के 30 से अधिक ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराधियों के सिंडिकेट को हिला कर रख दिया है।

ED Raid Raipur to Mumbai : महाघोटाले पर ED का बड़ा प्रहार : 2434 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में रायपुर से मुंबई तक हड़कंप, रसूखदारों के 30 से ज्यादा ठिकानों पर रेड
ED Raid Raipur to Mumbai : रायपुर/मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज शुक्रवार को एक साथ देशभर के 30 से अधिक ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराधियों के सिंडिकेट को हिला कर रख दिया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ईडी की कार्रवाई का दायरा बढ़ गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, रायपुर के आनंदम सिटी को बनाने वाले चर्चित बिल्डर राकेश सरावगी के ठिकानों पर भी ईडी ने छापा मारा है।
आज सुबह ईडी की दर्जन भर अधिकारियों की टीम भारी सुरक्षा बल और जवानों के साथ आनंदम सिटी स्थित राकेश सरावगी के ऑफिस पहुंची। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे परिसर में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने ऑफिस को अपने घेरे में ले लिया है और वित्तीय दस्तावेजों की सघन जांच की जा रही है। फिलहाल मौके पर टीम मौजूद है और कार्रवाई जारी है।
रायपुर के साथ-साथ मुंबई, नासिक और बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में भी अधिकारियों की टीमों ने तड़के सुबह ही दस्तक दी। बताया जा रहा है कि यह पूरी कार्रवाई करोड़ों रुपये की हेराफेरी और निवेशकों के साथ हुए विश्वासघात के गंभीर आरोपों के बाद की गई है।
ED Raid Raipur to Mumbai : जांच का मुख्य सिरा सीबीआई (CBI) द्वारा दर्ज उस मुकदमे से जुड़ा है, जिसमें रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट फंड के नाम पर आम लोगों से निवेश कराकर उनके साथ 2,434 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। ईडी इस बात की तफ्तीश कर रही है कि इतनी बड़ी रकम को किन शेल कंपनियों और व्यापारिक माध्यमों से 'सफेद' करने की कोशिश की गई। इस ऑपरेशन की मुख्य कड़ियाँ कुछ इस प्रकार हैं:
ED Raid Raipur to Mumbai : मुख्य निशाना: जांच का केंद्र जय कॉर्प लिमिटेड के निदेशक आनंद जयकुमार जैन और उनके करीबी बिजनेस पार्टनर हैं।
शहरों का जाल: मुंबई में सबसे अधिक 20 ठिकानों पर टीमें सक्रिय हैं, जबकि रायपुर, बेंगलुरु और नासिक में 10 ठिकानों पर गहन तलाशी जारी है।
जब्ती की कार्रवाई: छापेमारी के दौरान कई अहम डिजिटल साक्ष्य, गुप्त दस्तावेज और बेनामी संपत्तियों से जुड़े कागजात बरामद होने की खबर है।
छत्तीसगढ़ में इस कार्रवाई का गहरा असर देखा जा रहा है। रायपुर में उद्योगपतियों और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी की मौजूदगी ने कारोबारी जगत में हलचल तेज कर दी है। स्थानीय स्तर पर हो रही इस जांच का उद्देश्य उन कड़ियों को जोड़ना है जिनका संबंध मुंबई के बड़े रियल एस्टेट फंड्स से है।
अतीत की कार्रवाइयां और पुराना कनेक्शन: गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब इन संदिग्धों और कंपनियों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का शिकंजा कसा है। इससे पहले भी सीबीआई और आयकर विभाग ने आनंद जैन और उनकी कंपनियों से जुड़े वित्तीय लेनदेन को लेकर पूछताछ की थी। पिछले कुछ समय में ईडी ने इसी केस से जुड़े मनी ट्रेल का पीछा करते हुए कई बैंक खातों को फ्रीज किया था और अब 30 ठिकानों पर यह 'सर्जिकल स्ट्राइक' उसी जांच का अगला और सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जा रहा है।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि शाम तक कई गिरफ्तारियां या बड़ी संपत्तियों की कुर्की की घोषणा भी हो सकती है। फिलहाल, सभी ठिकानों पर बाहरी लोगों के प्रवेश को वर्जित कर दिया गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
