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ED News: बैंक ऋण घोटाला मामले में 19 सितंबर को फिर तलब किये गए माकपा विधायक एसी मोइदीन

ED News: माकपा विधायक और पूर्व मंत्री ए.सी. मोइदीन को 19 सितंबर को करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक ऋण घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों के सामने फिर से पेश होने के लिए कहा गया है...

ED News: बैंक ऋण घोटाला मामले में 19 सितंबर को फिर तलब किये गए माकपा विधायक एसी मोइदीन
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AC Moideen

By Manish Dubey

ED News: माकपा विधायक और पूर्व मंत्री ए.सी. मोइदीन को 19 सितंबर को करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक ऋण घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों के सामने फिर से पेश होने के लिए कहा गया है। इससे पहले सोमवार को इसी मामले में उनसे आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।

पिछले सप्‍ताहों में तीन नोटिस मिलने के बाद मोइदीन सोमवार को ईडी के सामने पेश हुए। हालाँकि, पहले दो मौकों पर वह उपस्थित होने में विफल रहे।

ईडी पिछले कुछ समय से इस मामले में सक्रिय है और उसने मामले में अब तक दो लोगों पी. सतीश कुमार और पी. किरण को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की है - उनमें से ज्यादातर या तो बैंक के कर्मचारी हैं या जिले में माकपा के शीर्ष नेता हैं।

माकपा नेतृत्व मामले पर नजदीकी निगाह रखे हुये है। पार्टी के एक अन्य शीर्ष नेता और दो बार पूर्व लोकसभा सांसद, पी.के. बीजू का नाम भी उछल रहा है कि ईडी के सामने उन्‍हें भी पेश होने के लिए कहा जा सकता है।

मोइदीन को पिछले महीने उनके त्रिशूर स्थित आवास पर छापेमारी के बाद पहली बार ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। ईडी ने दावा किया कि त्रिशूर में करुवन्नूर सर्विस कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड से 150 करोड़ रुपये निकाले गए।

ईडी की जांच से पता चला है कि कुछ व्यक्तियों के निर्देश पर, जो एक "निश्चित" राजनीतिक दल के जिला स्तर के नेता और समिति के सदस्य थे और शीर्ष पदों पर थे, बैंक प्रबंधक द्वारा एजेंट के माध्यम से "गैर-सदस्‍य बेनामी" संपत्तियों को रेहन रखकर कम संपन्न व्यक्तियों को ऋण दिये गये थे।

यह बात सामने आई है कि मोइदीन के निर्देश पर कई 'बेनामी लोन' बांटे गए थे। माकपा के लिए अगला सप्ताह बेहद अहम नजर आ रहा है जब मोइदीन फिर ईडी के सामने पेश होंगे।

पार्टी की त्रिशूर इकाई ने पिछले दिनों केंद्रीय एजेंसियों द्वारा सीपीआई-एम को परेशान करने के तरीके के विरोध में एक बैठक आयोजित की थी। उस विरोध प्रदर्शन ने उस समय भौंहें चढ़ा दीं जब कई लोग जिन्होंने अपनी जीवन भर की बचत बैंक में जमा की थी, वे बैंक से अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे वापस लेने का इंतजार कर रहे हैं।

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