Newsclick Journalists: Newsclick से जुड़े पत्रकारों के आवास पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी, इस मामले में कार्रवाई
Delhi Police Raids ON Newsclick: चीनी फंडिंग (China Funding) के आरोपों में घिरे न्यूज क्लिक (News Click) के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कार्रवाई की है।
Delhi Police Raids ON Newsclick: चीनी फंडिंग (China Funding) के आरोपों में घिरे न्यूज क्लिक (News Click) के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कार्रवाई की है। खबर है कि पुलिस ने संस्थान से जुड़े कई पत्रकारों से पूछताछ की है। अगस्त में ही प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में न्यूज क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से जुड़े दिल्ली स्थित फ्लैट को अटैच कर दिया था।
मंगलवार को न्यूजक्लिक से जुड़े कई पत्रकारों के आवास पर दिल्ली पुलिस ने छापामारी की है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि पोर्टल को काम करने के लिए चीन से फंडिंग मिल रही है। पुलिस दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी 30 से ज्यादा ठिकानों पर तलाशी कर रही है। दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत मामला दर्ज किया है।
साल 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सबसे पहले Newsclick को मिली अवैध फंडिंग को लेकर मुकदमा दर्ज किया था। ये संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये News Click को प्राप्त हुई थी। इसी के बाद ED ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की थी। हालांकि हाई कोर्ट ने उस वक़्त Newsclick के प्रोमोटरों को गिरफ्तारी से राहत दी थी।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जांच के दौरान पुलिस ने कई डिजिटल सबूत भी जब्त किए हैं। इनमें लैपटॉप, मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क्स भी शामिल हैं। स्पेशल सेल के साथ दिल्ली पुलिस की कुछ लोकल यूनिट्स भी रेड कर रही हैं। कुछ समय पहले ही अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया थआ कि न्यूज क्लिक उस ग्लोबल नेटवर्क का हिस्सा है, जिसे अमेरिका के अरबपति नेविल रॉय सिंघम से फंडिंग मिलती है। खास बात है कि सिंघम कथित तौर पर चीनी मीडिया के साथ मिलकर काम करता है। ईडी ने सितंबर 2021 में भी पुरकायस्थ के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इससे पहले ईडी की तरफ से भी आरोप लगाए जा चुके हैं न्यूज क्लिक को मिल रही विदेशी फंडिंग FCRA यानी फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेग्युलेशन एक्ट का उल्लंघन करती है। साथ ही केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाए थे कि फंडिंग का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में भी किया जा रहा था। ईडी ने संकेत दिए थे कि चीन में रहने वाले सिंघम ने न्यूज क्लिक को चीन समर्थित जानकारी भारत में चलाने के लिए गैर कानूनी तरीके से 38 करोड़ रुपये दिए थे।