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Cyclone Montha Update: तबाही मचाने आ रहा साइक्लोन मोंथा! MD ने जारी किया अलर्ट, स्कूल बंद, मछुआरों पर रोक, जानें किस दिन होगा लैंडफॉल?
Cyclone Montha Update: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर दो शक्तिशाली सिस्टम एक्टिव, IMD ने 27 से 30 अक्टूबर तक दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया।

नई दिल्ली। भारत के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अरब सागर और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे दो शक्तिशाली सिस्टम तेजी से एक्टि हो रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे में यह सिस्टम मिलकर गंभीर चक्रवाती तूफान मोंथा का रूप ले सकते है।
IMD के मुताबिक यह तूफान 28 अक्टूबर की शाम तक आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। फिलहाल यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग 620 किलोमीटर पश्चिम, चेन्नई से करीब 780 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और विशाखापट्टनम से करीब 830 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में एक्टिव है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और 27–28 अक्टूबर के बीच सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म में बदलने की पूरी संभावना है। जैसे-जैसे यह तटीय इलाकों के करीब पहुंचेगा हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है।
किन राज्यों पर होगा असर?
IMD ने 27 से 30 अक्टूबर के बीच दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
आंध्र प्रदेश: तटीय जिलों में 27 से 29 अक्टूबर तक भारी बारिश और तेज हवाएं।
तेलंगाना: दक्षिण और मध्य हिस्सों में गरज के साथ बारिश।
उड़ीसा और छत्तीसगढ़: 28–30 अक्टूबर के बीच कुछ इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी।
तमिलनाडु: दक्षिणी जिलों में अगले दो दिनों तक तेज बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें।
राज्य सरकारों ने आपदा प्रबंधन बलों को अलर्ट कर दिया है। तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। कुछ जिलों में स्कूल और कॉलेज अस्थायी रूप से बंद किए जा सकते हैं।
उत्तर भारत में भी असर
हालांकि तूफान का मुख्य प्रभाव दक्षिणी तटीय इलाकों पर रहेगा, लेकिन इसका असर उत्तर भारत तक भी पहुंच सकता है। दिल्ली-NCR में अगले तीन दिनों तक हवा में नमी और हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। 27 और 28 अक्टूबर की शाम को मौसम में बदलाव और हल्की बारिश देखी जा सकती है। उत्तर प्रदेश में 27 से 31 अक्टूबर के बीच कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार और पूर्वी भारत की स्थिति
बंगाल की खाड़ी से उठे इस चक्रवात का प्रभाव बिहार में भी दिखाई देगा। 29 से 31 अक्टूबर के बीच भागलपुर, पटना, गया और मुजफ्फरपुर में गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं के चलने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि किसान अपने फसलों की सुरक्षा के लिए खुली जमीन में रखे अनाज को ढक कर रखें।
पहाड़ी राज्यों का मौसम
इधर पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मौसम बदलने लगा है। 27 अक्टूबर से हल्की बारिश और ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। इससे रात के तापमान में गिरावट और ठंड के शुरुआती असर की शुरुआत हो सकती है।
अगर आप दक्षिण या पूर्वी भारत के तटीय इलाकों में हैं, तो मौसम विभाग की सलाह को नज़रअंदाज़ न करें। मछुआरे अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाएं और आम लोग घरों के पास पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें। अगर आप यात्रा पर हैं तो रेल और फ्लाइट अपडेट पहले जांच लें क्योंकि कुछ रूट्स पर देरी या कैंसिल होने की भी संभावना है।
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