Punjab News Today: कांग्रेस MLA घर से गिरफ्तार, पंजाब पुलिस ने ओढ़ी ख़ामोशी
Punjab News Today: पंजाब कांग्रेस के फायरब्रांड विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गुरुवार को ड्रग्स मामले में उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया गया...
Punjab News Today: पंजाब कांग्रेस के फायरब्रांड विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गुरुवार को ड्रग्स मामले में उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पंजाब पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी और उन पर लगे आरोपों पर कोई बयान जारी नहीं किया है। इसके साथ ही पंजाब में राजनैतिक हालात भी बदलते देखे जा रहे हैं.
खैरा फेसबुक पर लाइव हुए जब वो और पुलिसकर्मी छापेमारी को लेकर बहस करते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता खैरा का ये facebook live उनके समर्थक लगातार आगे बढ़ा रहे हैं.
हालांकि, एक पुलिस अधिकारी को खैरा को यह कहते हुए देखा गया कि एनडीपीएस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है, जिसके पास उनके खिलाफ ड्रग्स तस्करी के सबूत हैं।
इस पर खैरा को अधिकारी से यह कहते हुए सुना गया कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही एनडीपीएस मामले को रद्द कर चुका है। बाद में खैरा पुलिस उसे गिरफ्तार कर पंजाब के जलालाबाद ले गयी।
पूरा मामला 2015 का है। इस दौरान पुलिस ने कुछ ड्रग्स तस्करों को भी गिरफ्तार किया था। आरोप है कि इनमें से एक को छुड़ाने के लिए कांग्रेस विधायक ने फोन किया था। बाद में पुलिस ने विधायक को भी आरोपी बना दिया था। पुलिस के द्वारा पेश किए गए चार्जशीट के अनुसार विधायक ड्रग तस्करों व फर्जी पासपोर्ट गिरोह का संचालन करने वाले गिरोह को प्रश्रय देते थे और बदले में उनसे वित्तीय लाभ अर्जित करते थे। विधायक सुखपाल सिंह खेहरा ने 2014 से लेकर 2020 के बीच अपने और परिवार के सदस्यों के नाम से 6 करोड़ 50 लाख की संपत्ति अर्जित की थी जो उनके वास्तविक आय से कहीं ज्यादा है। आरोपो के अनुसार उन्होंने यह संपत्ति ड्रग तस्करों की मदद के बदले मिलने वाले वित्तीय लाभ से हासिल की थी। खेहरा पर यह भी आरोप है कि वे अपने पर्सनल सेक्रेटरी के फोन से तस्करों से बात किया करते थे।
जलालाबाद पुलिस ने वर्ष 2015 में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से 2 किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, एक देसी .315-बोर पिस्तौल, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक टाटा सफारी कार बरामद हुई थी। इस मामले में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह के साथ कथित संबंधों के कारण खैहरा का नाम सामने आया था। खैहरा के साथ-साथ निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) जोगा सिंह, निजी सहायक मनीष, बाठ गांव (जालंधर) का एक व्यक्ति, NRI यूके निवासी चरणजीत कौर और बाजवा कलां गांव (जालंधर) के मेजर सिंह बाजवा का नाम भी मामले में सामने आया था।
मामले में डीआईजी के नेतृत्व में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जिसमें दो एसपी शामिल थे। आज पुलिस डीएसपी अछरू राम शर्मा के नेतृत्व में चंडीगढ़ सेक्टर 5 स्थित निवास पर पहुंची। इस दौरान खेहरा ने पुलिसकर्मियों से पहचान पत्र मांगते हुए सर्च वारंट भी मांगा। जिस पर दोनों पक्षों में बहस भी हुई। खेहरा का आरोप है कि पुलिस ने उनको एक घूंट पानी तक पीने नही दिया और हाथ से गिलास छीन लिया। खेहरा ने आरोप लगाया कि इस मामले में मुझे इसी साल फरवरी माह में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल चुकी है। पर फिर भी बदले की भावना से मुख्यमंत्री भगवंत मान उन पर बदले की भावना से कार्यवाही करवा रहे है। वे लगातार भगवंत मान पर विधानसभा के अलावा बाहर भी मोर्चा खोले रहते है। जिसके कारण उन्हें ये परिणाम देखने को मिला है। फिर भी वे डरने वाले नहीं है और अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। आज उन्हें पुलिस जलालाबाद कोर्ट में पेश करेगी।