cg psc scam: पीएससी पर सीएम भूपेश का बड़ा बयान: बोले- जांच में दोषी कोई भी हो, सख्त कार्रवाई होगी
cg psc scam:
cg psc scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (cg psc) की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। बघेल ने कहा- शिकायत आने पर हर एक शिकायत की गंभीरता से जांच करेंगे। जांच में दोषी कोई भी हो, सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के साथ, कोई भी उनकी मेहनत पर पानी नहीं फेर सकता। मुख्यमंत्री ने युवाओं से की अपील, किसी भी तरह के बहकावे में ना आए, अपनी तैयारी मेहनत और लगन से करते रहें।
बता दें कि पीएससी परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। पीएससी के चेयरमैन रहे टामन सिंह सोनवानी पर अपने रिश्तेेदारों के साथ ही दूसरे अफसरों और नेताओं के चयन का आरोप लग रहा है। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है। कोर्ट अगले सप्तााह इस पर सुनवाई होनी है।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (पीएससी) को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पीएससी की परीक्षा देने वाले किसी भी एक अभ्यर्थी ने अब तक शिकायत नहीं की है। यदि किसी तरह की कोई भी शिकायत आती है या किसी अभ्यर्थी द्वारा एक भी शिकायत की जाती है तो हम हर शिकायत की गंभीरता से जांच करेंगे। किसी का अधिकार छीनने का किसी को भी हक नहीं है। जब आप योग्य हैं, आप परीक्षा दे रहे हैं, आप पात्रता रखते हैं तो उसका लाभ आपको निश्चित रूप से मिलना चाहिए। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच करेंगे और यदि कोई दोषी है तो उस पर जरूर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ हूं। उन्होंने युवा साथियों से अपील करते हुए कहा कि युवा साथी किसी भी तरह के बहकावे में ना आए, अपनी तैयारी मेहनत और लगन से करते रहे। पीएससी की परीक्षा के रिजल्ट आए कई दिन हो गए हैं, अब तक किसी भी अभ्यर्थी द्वारा किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी अधिकारी का पुत्र-पुत्री होने में कोई दोष नहीं है, परीक्षा में सारे अभ्यर्थी समान रूप से शामिल होते हैं और उसी तर्ज पर सफलता पाते हैं। लेकिन यदि इसका अनुचित लाभ उठाया जाता है तो यह गलत है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं के विभिन्न चरणों में अभ्यर्थियों द्वारा तरह-तरह के अभ्यावेदन/शिकायत दिए जाते हैं जैसे कि शैक्षणिक अर्हता आयु मे छूट, आरक्षण रोस्टर, लिंग/जन्मतिथि परिवर्तन आवेदनों को भरने में विभिन्न प्रकार की त्रुटि. अनुक्रमांक, केन्द्र, परीक्षा की तिथि आगे-पीछे करने आदि प्राप्त सभी अभ्यावेदनों/शिकायतों पर आयोग द्वारा तत्काल संज्ञान में लिया जाकर निराकरण किया जाता है तथा अभ्यावेदनों/शिकायतों पर आवश्यक कार्यवाही निर्धारित समय में की जाती है जिससे कि अभ्यर्थियों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। वर्ष भर परीक्षाओं को निर्बाध रूप से संपन्न कराने की कार्यवाही लगातार करते रहने एवं अभ्यर्थियों के आवेदनों को समय पर निराकरण करने में आयोग द्वारा पूर्ण पारदर्शिता बरती जाती है। इसके उपरांत अभ्यर्थियों एवं कतिपय लोगों के द्वारा भ्रामक जानकारी देकर आयोग को आक्षेप लगाया गया है कि ये परीक्षा में बैठे हैं, साक्षात्कार में भी उपस्थित हुए हैं. परन्तु उनके उत्तीर्ण होने की घोषणा में दूसरे का नाम जारी कर दिया गया है। उक्त प्रकरण की जांच करने पर शिकायत तथ्यहीन व निराधार पायी गई तथा संबंधित अभ्यर्थी के विरूद्ध आयोग द्वारा एफ.आई.आर दर्ज कराया गया।
इसी प्रकार एक अन्य अभ्यर्थी के द्वारा अधिक अंक प्राप्त होने के उपरांत भी साक्षात्कार में नहीं बुलाने संबंधी अभ्यावेदन/शिकायत आयोग कार्यालय को प्राप्त हुआ था, प्राप्त अभ्यावेदन/शिकायत का परीक्षण करने पर अभ्यावेदन/शिकायत गलत पाया गया। अभ्यर्थी को आयोग के परीक्षा संबंधी समस्त नियमों के अनुरूप अनर्ह किया गया है और इस बाबत अभ्यर्थी को सूचित भी किया गया है। आयोग को पिछले एक वर्ष में विभिन्न अभ्यावेदको से लगभग कुल 95 अभ्यावेदन/शिकायत प्राप्त हुए, जिनमें से 76 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है तथा शेष 19 प्रकरणों पर प्रक्रिया चल रही है। इस प्रकार कोई भी अभ्यावेदन/शिकायत आयोग में शेष नहीं है। उपरोक्त तथ्यों से यह स्पष्ट हो रहा है कि आयोग प्राप्त अभ्यावेदनो/शिकायतों पर विचार कर की गई कार्यवाही से अभ्यावेदकों को अवगत कराता है।
अभ्यर्थी अधिकृत ई-मेल पर कर सकते हैं शिकायत
यदि किसी भी अभ्यर्थी को आयोग में अभ्यावेदन/शिकायत प्रस्तुत करना हो तो आयोग के अधिकृत ई-मेल आई डी [email protected] एवं आयोग कार्यालय छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, नार्थ ब्लॉक सेक्टर-19, अटल नगर नया रायपुर के शिकायत प्रकोष्ठ (विधि अनुभाग) में सीधे अभ्यावेदन/शिकायत प्रस्तुत कर सकते है, जिनका नियमानुसार निराकरण कराया जाकर संबंधितों को सूचित करने की कार्यवाही की जावेगी।
छत्तीसगढ़ में कलेक्टर का भाई और बेटा बना डिप्टी कलेक्टर, एक मेरिट में सेकंड टॉप, दूसरा अपने केटेगरी में किया टॉप
रायपुर। सीजीपीएससी 2022 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। जारी नतीजों में मुंगेली जिले के कलेक्टर राहुल देव के भाई शुभम देव को दूसरी रैंक हासिल हुई है।
जानिए शुभम के बारे में...
शुभम देव का जन्म 15 अगस्त 1994 को हुआ था। उनके पिता अंबिकापुर जिले के लुण्ड्रा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी हैं। उनकी माता अंबिकापुर ब्लॉक के नमनकला माध्यमिक शाला में शिक्षिका हैं। शुभम के दादा भी शिक्षक रह चुके हैं। शुभम देव ने अंबिकापुर के होलिक्रॉस स्कूल से दसवीं व बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। फिर आईआईटी कानपुर से सिविल ब्रांच में बीटेक की डिग्री 2017 में लिया।आईआईटी के बाद किसी अन्य नौकरी के बारे में शुभम ने नहीं सोचा। बल्कि अपने भाई भाभी को प्रेरणा बना सिविल सर्विस में ही कैरियर बनाने की ठानी और दिल्ली में यूपीएसी की तैयारी करने चले गए। यूपीएससी के लिए दिल्ली में कोचिंग कर शुभम देव यूपीएससी क्रैक करने के लिए जूझते रहे और साक्षात्कार तक पहुंचे। उन्होंने 2020 में यूपीएससी के लिए पहला अटेम्प्ट दिया। 2021 में दूसरा प्रयास दिलाते हुए वे साक्षात्कार तक पहुंचे पर सफल नहीं हो सकें। इस दौरान उन्होंने सीजीपीएससी भी दिलाई और सफल हुए।
समाज शास्त्र विषय–
शुभम देव ने यूपीएससी मैंस में ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में समाजशास्त्र विषय को चुना है। खास बात यह है कि शुभम देव के भाई राहुल देव जो कि छत्तीसगढ़ कैडर के 2016 बैच के आईएएस अफसर हैं, ने भी यूपीएससी मेंस में समाज शास्त्र विषय लेकर अपने प्रथम प्रयास में ही सफलता पाई थी। शुभम देव की भाभी आईपीएस भावना गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर की 2014 बैच की आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने भी यूपीएससी मैंस में ऑप्शनल समाजशास्त्र विषय लेकर अपने प्रथम प्रयास में ही सलेक्शन हासिल किया है। अभी वर्तमान में शुभम दिल्ली में ही यूपीएससी की तैयारियों में व्यस्त हैं और इस बार फिर 15 सितंबर से हो रहे यूपीएससी मेंस की परीक्षा दिला रहे है।
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