Cancer Symptoms: कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें, जानें कैसे एक युवक ने पांच साल पहले इसे पहचाना
Cancer Symptoms: कोलन कैंसर एक घातक बीमारी है जो पाचन तंत्र के आखिरी हिस्से यानी बड़ी आंत में विकसित होती है। यह उस नली में उत्पन्न होता है जो पचा हुआ खाना मलाशय तक पहुंचाती है और शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है।
Cancer Symptoms: कोलन कैंसर एक घातक बीमारी है जो पाचन तंत्र के आखिरी हिस्से यानी बड़ी आंत में विकसित होती है। यह उस नली में उत्पन्न होता है जो पचा हुआ खाना मलाशय तक पहुंचाती है और शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। इस बीमारी का चौथा स्टेज काफी खतरनाक होता है, लेकिन इसके शुरुआती चरणों में ही कुछ संकेत दिखाई देते हैं जिन्हें अगर समय रहते पहचाना जाए, तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
28 वर्षीय जो फरात्ज़िस को पांच साल पहले स्टेज 4 कोलन कैंसर का पता चला था। उन्होंने टिकटॉक वीडियो के जरिए बताया कि उन्होंने शुरुआती महीनों में ही कैंसर के संकेतों को महसूस किया, लेकिन उन्होंने उन्हें अनदेखा कर दिया। आइए जानते हैं कि उन्होंने किन लक्षणों को नजरअंदाज किया और एक्सपर्ट्स इसके बारे में क्या कहते हैं।
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
टाइम्स नाऊ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, यूएस प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स की एक टीम ने 2021 में किए गए एक रिसर्च में पाया कि युवाओं में कोलन कैंसर का खतरा बढ़ गया है। अब स्क्रीनिंग की आयु 50 से घटाकर 45 वर्ष कर दी गई है, क्योंकि जीवनशैली में बदलाव और अन्य कारणों से इस कैंसर के मामलों में वृद्धि हुई है।
जो ने बताए कोलन कैंसर के संकेत:
- झुकने पर पेट में दर्द – जो ने बताया कि उन्हें झुकने पर हल्का पेट दर्द होता था, जिसे उन्होंने अनदेखा किया। डॉक्टर से टेस्ट भी करवाए, लेकिन टेस्ट के परिणाम पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
- मल में खून आना – जो ने कहा कि लगभग छह महीने बाद उन्होंने टॉयलेट पेपर पर खून देखा था। शौचालय में खून का देखा गया लगभग आधा कप खून उनके लिए एक बड़ा संकेत था।
अन्य लक्षण:
- रात को लगातार पसीना आना
- पेट के निचले दाहिने हिस्से में दर्द
- बाथरूम में बार-बार जाना
- झुकने पर पेट में ऐंठन
- बार-बार कब्ज होना
कोलन कैंसर कैसे होता है?
कोलन की दीवार में म्यूकस मेम्ब्रेन, टिशू सेल्स और मांसपेशियों की परतें होती हैं। कैंसर म्यूकस से शुरू होता है जो कोलन की अंदरूनी परत होती है। यदि ये सेल्स उत्परिवर्तित होती हैं, तो वे कोलन पॉलीप्स बना सकती हैं। और इन पॉलीप्स में कैंसर फैलता है। समय पर इलाज न मिलने पर यह कैंसर मांसपेशियों और अन्य अंगों में फैल सकता है।
रिस्क फैक्टर:
- अधिक स्मोकिंग या शराब पीना
- तला-भुना भोजन ज्यादा खाना
- प्रोसेस्ड मीट का सेवन
- शारीरिक सक्रियता से परहेज करना
- तंबाकू का सेवन
कौन लोग अधिक जोखिम में हैं?
कोलन कैंसर के अधिक मामले अमेरिका में पाए जाते हैं, और पुरुषों में यह महिला की तुलना में अधिक पाया जाता है। अश्वेत लोगों में भी यह कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
कोलन कैंसर से बचाव के उपाय:
- संतुलित वजन बनाए रखें
- अल्कोहल और तंबाकू के सेवन से बचें
- हेल्दी डाइट का सेवन करें
- अगर परिवार में कोलन कैंसर का इतिहास है तो नियमित स्क्रीनिंग करवाते रहें
नियमित व्यायाम करें
कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय रहते इलाज कराना बेहद जरूरी है। जो फरात्ज़िस जैसे लोग इस बीमारी के संकेतों को नजरअंदाज कर चुके थे, उनके लिए यह एक चेतावनी हो सकती है कि अगर आपको कोई भी असामान्य लक्षण महसूस हो, तो उसे तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।