BSF Beating Retreat 2025: ऑपरेशन सिंदूर के 12 दिन बाद फिर शुरू हुआ बीटिंग रिट्रीट! अटारी में जनता के लिए खुले दरवाजे, जानिए पाक से मिले हाथ या नहीं?
BSF Beating Retreat 2025: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार 20 मई से पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से सटे 3 स्थानों पर बीटिंग रिट्रीट समारोह फिर से शुरू कर दिया है।

BSF Beating Retreat 2025: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार 20 मई से पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से सटे 3 स्थानों पर बीटिंग रिट्रीट समारोह फिर से शुरू कर दिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद करीब 12 दिन से बंद समारोह को मंगलवार को मीडिया के लिए खोला गया। बुधवार से इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा। समारोह के दौरान BSF के जवानों ने झंडा उतारने के दौरान न तो पाकिस्तानी रेंजर्स से हाथ मिलाया और न ही गेट खोला गया।
पाकिस्तान के वाघा से जुड़ी अमृतसर जिले के अटारी में अटारी-वाघा सीमा, फिरोजपुर जिले में गंडा सिंह वाला के पार हुसैनीवाला में और फाजिल्का जिले में सादकी में बनी भारत-पाकिस्तान की संयुक्त चौकियों पर हर शाम बीटिंग रिट्रीट समारोह आयोजित किया जाता है। 7 मई से यह समारोह पूरी तरह लोगों के लिए बंद था और सिर्फ झंडों को शांति से उतारा जा रहा था। अब बुधवार से फिर से यहां लोगों का जमावड़ा लगेगा।
क्यों बंद किया गया था समारोह?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर गोली मार दी थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए। इसके बाद तनाव बढ़ गया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही जनता में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा और नाराजगी देखने को मिली। भारत सरकार ने मामले को गंभीरता से लेकर 07 मई को सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को बंद करने का निर्णय लिया था। इसके बाद से ही बीएसएफ ने रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन पूरी तरह से बंद कर दिया था। भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर ' के तहत एयर एस्ट्राइक के माध्यम से पाकिस्तान की सीमा में घुसे बिना अत्याधुनिक मिसाइलों से सटीक निशाना लगाकर और पाकिस्तान के अंदर बने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह करके 22 अप्रैल की आतंकी घटना का बदला लिया। सेना के हमले में 100 से अधिक आतंकी मारे गये। वहीं, दूसरी तरफ सेना ने पाकिस्तान के सभी प्रमुख एयरबेस को मिसाइल दागकर तबाह कर दिया। अब दोनों देशों के बीच हालात सामान्य हो रहे हैं। इसलिए सरकार ने मंगलवार शाम से 'बीटिंग रिट्रीट' सेरेमनी को दोबारा से शुरू करने का निर्णय लिया है। यह परेड समारोह अटारी-वाघा, हुसैनीवाला (फिरोजपुर) और सदकी बॉर्डर (फाजिल्का) पर आयोजित होती है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर रोजाना सांस्कृतिक और सैन्य शौर्य का प्रतीक बन चुका है।
After a 12-day break, the #BSF has relaunched the Beating Retreat parade across all three Punjab borders. Here’s everything you need to know, history—how many times it was suspended, when they have change gestures etc. click the link :- https://t.co/jLL2FQCwWp https://t.co/H3Jm21oMo6
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਰੌਬਿਨ (@rsrobin1) May 20, 2025
आयोजन को लेकर संशय बरकरार
बीएसएफ के अधिकारियों ने बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी बहाल होने की पुष्टि तो कर दी है, लेकिन पहले वाले स्वरूप में आयोजन को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में बदलाव का निर्णय तो हुआ है, लेकिन सीमा पर दोनों तरफ से गेट नहीं खोले जाएंगे। इसका सीधा का मतलब है कि भारत-पाकिस्तान के सुरक्षाबलों के बीच सामान्य रूप से हाथ मिलाने की परंपरा नहीं होगी। इस दौरान दोनों तरफ से जवान बंद गेटों के आर-पार खड़े होकर ही अपने-अपने देश के झंडे को उतारने का काम करेंगे।
