Bihar Crime News Hindi: अवैध तरीके से भारत में घुसा चीनी नागरिक, जेल में की आत्महत्या
Bihar Crime News Hindi: भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में सजा काट रहे चीनी नागरिक ली जियाकी का इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया है। यह घटना मंगलवार सुबह की है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
Bihar Crime News Hindi: भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में सजा काट रहे चीनी नागरिक ली जियाकी का इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया है। यह घटना मंगलवार सुबह की है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। ली जियाकी ने सेंट्रल जेल में आत्महत्या का प्रयास किया था। यह चीनी नागरिक बिना वीजा के अवैध रूप से भारत में घुस आया था और गंभीर हालत में इलाज के लिए SKMCH मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस मामले की पुष्टि SKMCH की अधीक्षक डॉ. विभा कुमारी ने की है।
संदिग्ध हालत में मुजफ्फरपुर में हुआ था गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर जिले के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक के पास पांच जून को चीनी नागरिक ली जियाकी (63) को गिरफ्तार किया गया था। ली जियाकी चीन के शेडोंग प्रांत के कैंगशांग काउंटी का निवासी था। ब्रह्मपुरा थाना पुलिस ने उसे अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। छह जून को जेल में ली ने अपने चश्मे के शीशे से खुद को जख्मी कर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद उसे SKMCH अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। सेंट्रल जेल अधीक्षक ब्रिजेश सिंह मेहता ने भी इस घटना की पुष्टि की है।
SKMCH मेडिकल कॉलेज की अधीक्षक डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि चीनी नागरिक ली जियाकी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके शरीर पर गहरे जख्म थे, जिन्हें उसने अपने चेहरे, गर्दन और प्राइवेट पार्ट पर चश्मे के शीशे से काटकर आत्महत्या का प्रयास किया था। ली जियाकी ने मनोचिकित्सक से कहा था कि उसे अपने ही देश से खतरे की आशंका है। उसकी मौत इलाज के दौरान हो गई है और इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
ली जियाकी की मौत के बाद जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है। चीनी नागरिक की आत्महत्या की कोशिश और उसके बाद की घटना ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। मामले की विस्तृत जांच और कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इस घटना ने ओडिशा में सुरक्षा और अवैध प्रवासियों के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है। उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले की गहन जांच करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।